लखनऊ। मुजफ्फरनगर में हो रही किसान महापंचायत में किसानों की भीड़ देखकर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं। किसानों का दावा है कि लाखों की संख्या में किसान आएंगे। अगर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो बैरियर तोड़ देंगे। किसानों के गुस्से को देखते हुए कानून व्यवस्था के बिगड़ने की आशंकाओं के बीच प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिसबल बुला लिए हैं।
मेरठ के एडीजी जोन राजीव सभरवाल ने बताया कि महापंचायत को देखते हुए पहले से ही 20 सीओ, एक डीआईजी, सात एसपी, आठ कंपनी पीएसी और दो कंपनी आरएएफ को लगाया गया है। किसानों की जिस तरह से भीड़ आ रही है, उसको देखते हुए अतिरिक्त पुलिसबल और बुलाये जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया है कि इस महापंचायत में किसी तरह का उपद्रव नहीं होने दिया जाएगा। उपद्रव की सभी संभावनाओं को देखते हुए रणनीति तैयार कर ली गई है।
किसानों की तैयारी पूरी
किसानों ने महापंचायत से पहले ही इसकी तैयारियां करनी शुरू कर दी थीं। दावा किया गया है कि इस महापंचायत में करीब पांच सौ से ज्यादा लंगर की सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं। ताकि दूर दराज से आए किसानों को किसी प्रकार की समस्या ना हो। इन लंगर सेवाओं में सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर चलने वाली मोबाइल लंबर सेवाएं हैं। जो पूरे महापंचायत में घूम-घूमकर लोगों का पेट भरने का काम करेंगी।
100 से ज्यादा चिकित्सा शिविर
महापंचायत के बीच गर्मी और उमस की संभावनाओं को देखते हुए लोगों की तबियत बिगड़ने पर इलाज की सुविधा भी रहेगी। महांपचायत में करीब सौ से ज्यादा चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं। यहां पर प्राथमिक इलाज की पूरी सुविधाएं रहेंगी। साथ ही एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई हैं। जिससे कि आपातकाली परिस्थितियों में इसका उपयोग किया जा सके।