नई दिल्ली। राजस्थान में आगावी विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियों तेज हो गई हैं और इसी बीच एक और खबर आ रही हैं कि राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा की ओऱ से राजस्थान विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया गया हैं। बता दे कि इससे पहले मीणा लालसोट से विधायक थें।
बता दे कि राजस्थान की ओर से राज्यसभा की भाजपा की तीनों सीटों के लिए तीनों उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थें जिसमें किरोड़ीलाल मीणा, मदनलाल सैनी और भूपेन्द्र यादव शामिल हैं।
बता दे कि कॉग्रेस के अभिषेक मुन सिंघवी और नरेन्द्र बुडानिया तथा भाजपा के भूपेन्द्र यादव के कार्यकाल पूरा होने से खआली हुई इन तीन सीटों के मद्देनजर चुनाव हुआ था। इस चुनान में भाजपा के भूपेन्द्र यादव फिर अपनी सत्ता पर काबिज हुए हैं पर कॉग्रेस की ओर से विधायक कम होने के चलते उम्मीदवार नहीं उतारे गए जिससे भाजपा की ओर से मीणा और सैनी को उम्मीदार बनाया गया और वो निर्विरोध चुन लिए थें।
बता दे कि राज्यसभा सासंद बनने से ठीक पहले ही किरोड़ी लाल मीणा ने भाजपा का दामन थामा था और उनकी पार्टी राजपा के दो और विधायक बीजेपी में शामिल हुए हैं जिसमें गोलमा देवी और गीता वर्मा का नाम हैं। पर उनके एक विधायक नवीन पिलानिया ने बीजेपी में शामिल होने से मना कर दिया था।
बता दे कुछ समय पहले ही राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे और किरोड़ी लाल मीणा दोसा जिलें में एक ही मंच पर नजर आए थें और वसुंधरा राजे पहली बार दौसा जिले पर आई थी। और इसस मौके पर वसुंधरा राजे ने कई मुद्दों पर जनता से बात की थी जिसमें मंदिर के लोकार्पण से लेकर बिजली , किसान और पानी की समस्या जैसे तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी थी। तो वहीं किरोड़ीलाल मीणा ने आरक्षण के मुद्दे पर अपनी बात रखी। जिसमें उन्होनें कहा कि वो आऱक्षण कभी खत्म नहीं करेगें। उन्होनें कहा कि बीजेपी पिछड़े वर्गों के विकास में विश्वास रखती हैं।
और किरोड़ी लाल मीणा की ओर से आऱक्षण के मुद्दे पर कॉग्रेस को घेरते हुए कहा गया कि कॉग्रेस इस बात को फैलानें में काफी व्यस्त हैं कि भाजपा आऱक्षण को खत्म करना चाहती हैं और उन्होनें कहा कि वो पीएम मोदी औऱ राजे की ओर से इस बात का विश्वास दिलाते हैं कि वो आऱक्षण को कभी खत्म नहीं होने देगें।
हालाकिं राजस्थान में आगामी विधानसभा को लेकर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चुका हैं जिसमें नेता एक दूसरे ंको कटघरे ंमें खड़ा कर रहे हैं बीजेपी की