नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर चीन के बयान के जवाब में कहा है कि जिस तरह से हम चीन के आंतरिक मामलों में दखल नहीं देते, उसी प्रकार से चीन को भारत के अंदरूनी मामलों में बोलने से बचना चाहिए। दलाई लामा लोगों की इच्छा पर अरुणाचल प्रदेश आ रहे हैं। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को चार अप्रैल से 13 अप्रैल तक अरुणाचल प्रदेश का दौरा करना है।
आपको बता दें कि चीन दलाई लामा को अलगाववादी मानता है जो तिब्बत की आजादी की मांग उठाता है। इस आधार पर चीन उनकी दुनिया के हर देश में यात्रा का विरोध करता है। दलाई लामा करीब 50 साल से भारत में मानवीय आधार पर शरण लिये हुए हैं, वह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला शहर में रहते हैं। अरुणाचल प्रदेश को चीन दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताते हुए उस पर अपना दावा जताता है। रिजिजू ने कहा, केंद्र की राजग सरकार का मंत्र है-शांति और विकास। वह इसे उत्तर-पूर्वी राज्यों पर उतारना चाहती है। इसलिए अरुणाचल प्रदेश के लोग शांति का माहौल बनाए रखें और प्रदेश के हर कोने में विकास की धारा पहुंचने का लाभ उठाएं।