featured दुनिया देश

किम जॉन्ग की चेतावनी, अमरीका ने नहीं हटाए प्रतिबंध तो बदल सकता है इरादा

किंम जोग्न उन.. किम जॉन्ग की चेतावनी, अमरीका ने नहीं हटाए प्रतिबंध तो बदल सकता है इरादा

उत्तर कोरिया के नेता किम जॉन्ग एक बयान दिया है जिसमें कहा है कि वह परमाणु हथियारों को नष्ट के प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ अमरीका को चेतावनी भी दी है कि अगर वह उनके देश पर अपने प्रतिबंध बरकरार रखता है तो उनका इरादा बदल भी सकता है। किम जॉन्ग उन ने ऐसा उस दौरान कहा जब वह नए साल में अपने देश के को संबोधित कर रहे थे।

किंम जोग्न उन.. किम जॉन्ग की चेतावनी, अमरीका ने नहीं हटाए प्रतिबंध तो बदल सकता है इरादा
किम जॉन्ग की चेतावनी, अमरीका ने नहीं हटाए प्रतिबंध तो बदल सकता है इरादा.

इसे भी पढ़ें-अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी से की फोन पर बात: व्हाइट हाउस

बीते वर्ष के भाषण के बाद उन्होंने अपने देश के संबंध दक्षिण कोरिया और अमरीका के साथ बेहतर किए थे। उनके इस कूटनीतिक कदम को अभूतपूर्व कहा गया था। किम और अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने जून 2018 में परमाणु हथियार नष्ट करने को लेकर मुलाकात की थी। हालांकि इसके अब तक कुछ ही परिणाम देखे गए हैं।

साल 2017 में उत्तर कोरिया ने परमाणु मिसाइल के परीक्षण के बाद अमरीका और उत्तर कोरिया के बीच तनाव बढ़ गया था। उत्तर कोरिया का दावा था कि उसकी मिसाइल अमरीका तक जा सकती है। इसी को लेकर दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ने की बात तक होने लगी थी। हालांकि बाद में दौनों का तनाव खत्म हो गया था।

गौरतलब है कि मंगलवार को सरकारी चैनल पर दिए अपने संबोधन में किम ने कहा, “अगर अमरीका पूरी दुनिया के आगे किए अपने वादे को नहीं निभाता है और हमारे गणराज्य पर दबाव और प्रतिबंध लगाता है तो हमारे पास अपने हित और संप्रभुता को सुरक्षित रखने के नए रास्ते का चयन करना होगा”। किम जॉन्ग ने कहा कि वह ट्रंप से कभी भी और किसी भी समय मिलने के लिए तैयार हैं।

उत्तर कोरिया के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल हथियार कार्यक्रमों के कारण से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। किम जोन्ग ने बीते साल अपने नए साल के भाषण में घोषणा की थी कि उनका देश दक्षिण कोरिया में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक में भाग लेगा जिसके कारण दोनों देशों के संबंधों में मिठास आएगी। इसके बाद पिछले साल जून में ही किम जॉन्ग उन ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ अंतर-कोरियाई सीमा पर एक सम्मेलन में हिस्सा लिया था। दोनों देशों के नेता दो बार मिले लेकिन पिछले साल की सबसे महत्वपूर्ण मुलाक़ात किम और ट्रंप की थी।

इसे भी पढ़ें-विवादित टिप्पणी के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने दी सफाई, कहा- मैं नहीं हूं नस्लभेदी

आपको बता दें कि ये ऐतिहासिक सम्मेलन सिंगापुर में हुआ था। जहां उत्तर कोरिया और अमरीका के शीर्ष नेता मिले थे। ऐसा पहली बार था जब किसी उत्तर कोरिया के नेता ने अमरीकी राष्ट्रपति से मुलाक़ात की थी। उस समय दोनों ने परमाणु हथियार नष्ट करने को लेकर साथ काम करने पर सहमति भी बनाई थी।

उत्तर कोरिया ने अपने मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम रोक दिए हैं। हालांकि बहुत अधिक बदलाव नहीं हुआ है। उत्तर कोरिया पर यह भी आरोप लग चुके हैं कि उसने अपने परीक्षण स्थलों को नष्ट नहीं किया है। राष्ट्रपति ट्रंप की फरवरी में किम के साथ मुलाक़ात होना संभावित है। इसके लिए जगह और समय अभी तय नहीं हुआ।

महेश कुमार यादव

Related posts

वाराणसीः बाढ़ के हालात पर पीएम मोदी ने की जिला प्रशासन से चर्चा, दिया मदद का आश्वासन

Shailendra Singh

रामनाथ कोविंद ने उच्च न्यायालय जोधपुर के नये भवन का किया उद्घाटन

Trinath Mishra

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को महाराष्ट्र में दिखा अवशेष, लौह कालीन बस्ती होने के मिले प्रमाण

Trinath Mishra