लखनऊ: मोहनलालगंज से भाजपा सांसद कौशल किशोर के बेटे की प्रेम कहानी ने एक नया मोड़ ले लिया है। अब अंकिता के पिता ने सांसद पर किडनैपिंग का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कमिश्नर डीके ठाकुर से कार्रवाई की मांग की है। इस पर अपना पक्ष रखते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
दरअसल, अंकिता के पिता के मुताबिक उनकी बेटी 16 जून को पैरवी के लिए हाईकोर्ट गई थी। इसके बाद वह अचानक लापता हो गई। उन्होंने बताया कि, देर रात अंकिता ने अपनी बहन रश्मि के मोबाइल पर मैसेज किया, जिसमें लिखा था- ‘मुझे बचा लो, मेरी जान खतरे में है।’ इसके बाद से अंकिता का मोबाइल स्वीच ऑफ है। बेटी की तलाश में घर वालों ने घर जगह छानबीन की, लेकिन अंकिता का कहीं सुराग नहीं मिला।
वजीरगंज पुलिस को जांच के आदेश
फिर अंकिता के पिता आशीष सीएम योगी से मिलने पहुंचे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उनको गेट पर रोक लिया और वहां से चलता किया। इसके बाद आशीष ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से मुलाकात कर शिकायत की है। फिलहाल, कमिश्नर ने वजीरगंज थाने को जांच के आदेश दिए हैं।
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि तीन मार्च को सांसद के बेटे आयुष पर फायरिंग हुई थी। उस वक्त आयुष ने अपने विरोधियों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया था। मामला सांसद के बेटे का था तो पुलिस ने तेजी से पड़ताल करनी शुरू कर दी। जांच में पता चला कि आयुष के कहने पर उसके साले आदर्श ने ही गोली मारी थी। इन्वेस्टिगेशन में आदर्श ने बताया कि आयुष ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए यह साजिश खुद रची थी। इसके बाद पुलिस ने आदर्श के पास असलहा भी बरामद किया था।
उधर, गिरफ्तारी के डर से आयुष ट्रामा सेंटर से फरार हो गया था। उसके बाद आयुष ने हाइकोर्ट में अर्जी डाली थी। असल में मड़ियांव पुलिस ने साजिशकर्ता के रूप में आयुष पर केस दर्ज किया था। जब यह मामला तूल पकड़ने लगा तो आयुष की पत्नी अंकिता ने 15 मार्च को एक वीडियो वायरल कर सांसद के घर के सामने आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है।