लखनऊ। यूं तो उम्मीद होती है कि उत्तर प्रदेश पुलिस यानी जनता को इंसाफ दिलाएगी लेकिन जब खाकी ही इंसाफ के लिए दर-दर भटके तो आम जनता किससे उम्मीद करे। एक ऐसा ही मामले सामने आया है, जिसमें इंसाफ के लिए एक महिला दर-दर की ठोकरें खा रही है।
पुलिस विभाग की निष्ठुरता का आलम यह है कि एक अपने ही स्टॉफ की महिला की मदद करने को कोई तैयार नहीं है। लेकिन, इस मामले में अधिवक्ता और आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए न्याय दिलाने की मांग की है।
एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने एसपी हमीरपुर के स्टेनो द्वारा वहां राठ थाने में तैनात एक महिला दरोगा के साथ किये गए कृत्य के संबंध में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। डीजीपी यूपी तथा अन्य को भेजे अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि महिला दरोगा ने स्टेनो द्वारा भद्दी-भद्दी गालियां देने, नाजायज़ संबंध बनाने हेतु दवाब बनाए, छेड़खानी व अभद्रता करने आदि के संबंध में एसपी हमीरपुर को कई दिन पहले शिकायत दी थी।
नूतन ठाकुर ने बताया कि महिला दरोगा ने अपने साथ हो रहे अन्याय को लेकर ऑडियो भी सौंपे हैं। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। महिला दरोगा की एफआईआर तक दर्ज नहीं हो रही है। इसके बाद भी कार्यवाही के नाम पर मात्र एसपी के स्टेनो को निलंबित किया गया है तथा अब तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की गयी है, जबकि महिला दरोगा लगातार इस संबंध में गुहार लगा रही है।
नूतन ने इसे अत्यंत गंभीर स्थिति बताते हुए डीजीपी को मामले पर स्वयं ध्यान देते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज करवाने तथा एसपी हमीरपुर की भूमिका की जाँच की मांग की है।