चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने एक बार फिर पंजाब सरकार पर धांधली करने का आरोप लगाया है। खैहरा ने पंजाब पब्लिक सर्विस कमीशन के सदस्यों और दो आरटीआई कमिश्नरों की नियुक्तियों में धांधली करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कैप्टन सरकार ने इन नियुक्तियों में नियमानुसार सरकारी प्रक्रिया को अपनाए बगैर लोगों की नियुक्तियां की हैं। गौरतलब है कि वो इससे पहले आरोप लगा रहे थे कि उन्हें नहीं पता कि किस प्रकार से सरकार ने नियुक्तियों को लेकर उम्मीदवारों का चयन फाइनल किया है, थोड़ी देर बाद खुद ही बता बैठे कि आरटीआई कमिश्नर को लेकर तय किए गए एक नाम के बारे में वह जानते हैं कि वह उक्त पद के लिए सही उम्मीदवार हैं।
खैहरा इस दौरान भूल गए थे कि पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें भरोसे में नहीं लिया गया। हालांकि बाद में खैहरा ने अपने बयानों को पलट कर कहा कि उनके कहने का मतलब केवल इतना था कि उक्त नाम के उम्मीदवार को वह जानते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की इस धांधली को आम आदमी पार्टी किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की ओर से उन्हें संबंधित नियुक्तियों को लेकर फाइल भेजी गई है और कहा गया है कि मुख्यमंत्री और बाकियों ने नियुक्तियों को क्लीन चिट दे दी है।
उन्होंने कहा कि जब फाइल उनके पास पहुंची तो पता चला कि पंजाब पब्लिक सर्विस कमीशन में छह सदस्यों और दो आरटीआई कमिश्नरों की नियुक्तियों को लेकर उम्मीदवारों का चयन सरकार ने कर लिया है। इन नियुक्तियों को लेकर सरकार की तरफ से किसी तरह भी नियमों का पालन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि फाइल पर तब तक हस्ताक्षर नहीं करेंगे जब तक सभी उम्मीदवारों की जांच के बाद तसल्ली नहीं कर ली जाती की सभी उम्मीदवार नियुक्ती के लायक हैं। खैहर ने इसके लिए गठित कमेटी की बैठक करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनकी तरफ से मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा गया कि नियुक्तियों को लेकर संबंधित प्रक्रिया क्यों नहीं अपनाई गई।