लखनऊ: KGMU विश्वविद्यालय के कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की घोषणा की है। कर्मचारियों ने वेतन, आउट सोरर्सिंग नियमावली, न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपए और हर साल पांच प्रतिशत वेतन बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर आंदोलन का ऐलान किया गया है।
केजीएमयू में हुई बैठक
आज संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ की बैठक केजीएमयू में आयोजित की गई। संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भी बैठकें आयोजित की गई।
कर्मचारियों में सरकार के खिलाफ आक्रोश
बैठक में सभी कर्मचारियों ने आक्रोश जताते हुए चर्चा कि आज जेम पोर्टल द्वारा अनुबंध होने के बाद भी कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन 9057 प्रतिमाह भी नहीं मिल पा रहा है। वहीं दूसरी ओर नर्सिंग तथा पैरामेडिकल कर्मचारियों का वेतन भी एनएचएम से काफी कम है।
कोरोना काल में इन कर्मचारियों ने की थी सेवा
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के वर्तमान कोविड महामारी में इन कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होने के बाद भी सरकार ने युवा अनुभवी तथा आपातकालीन सेवा प्रदान करने वाले कर्मचारियों की समस्याओं को निरंतर नजरअंदाज किया है।
सभी कर्मचारी सरकार के खिलाफ करेंगे प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के भी सभी कर्मचारीयों सरकार से नाराज है। यह सभी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन को तैयार है। संयुक्त स्वास्थ आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ सम्मानित मीडिया के माध्यम से सरकार से अपील करता है कि स्वास्थ्य कर्मियों की समस्याओं का जल्द निराकरण करते हुए न्यूनतम वेतन रुपए 18, 000 प्रतिमाह, समान कार्य समान वेतन हर वर्ष 5% कि वेतन बढोतरी की प्रक्रिया पूरी करें।
केजीएमयू लखनऊ के अध्यक्ष रितेश मल्ल, महामंत्री सतीश चंद चौहान, मंत्री उदय प्रताप सिंह, मिडिया प्रभारी अमरदीप सिंह पप्पू , अरुण , अनुज , राम चरित्र , बसंत, प्रेम जी अमित, दीपू सहित बैठक में कई लोगों ने हिस्सा लिया।