लखनऊ: राजधानी लखनऊ के केजीएमयू मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति बिपिन पुरी ने एक वर्चुअल बैठक की, इस बैठक में जीनोम सीक्वेंसिंग सेवाओं का महत्व समझाया गया।
KGMU की इस वर्चुअल कार्यक्रम में कई अतिथिगण भी मौजूद रहे। जिनमें मुख्य अतिथि के तौर पर आलोक कुमार, प्रमुख सचिव,मेडिकल एजुकेशन का स्वागत किया गया। कई प्रयोगशालाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे।
KGMU के कुलपित ने इस कार्यक्रम में जीनोम सीक्वेंसिंग सेवाओं का महत्व समझाया, कोविड महामारी के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर लगातार जांच करने वाली माइक्रोबायलॉजी विभाग की टीम को बधाई दी।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग, केजीएमयू, देश में अधिकतम COVID-19 परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं में से एक है यहां करीब 20 लाख कोविड के आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए। यह पूरी टीम के लिए मील का पत्थर जैसा है
माइक्रोबायोलॉजी विभाग सलाह और प्रशिक्षण के साथ-साथ अनुसंधान गतिविधियों में लगातार लगा हुआ हैं। माइक्रोबायोलॉजी विभाग, केजीएमयू समय-समय पर लो पुट प्लेटफॉर्म के माध्यम से विभिन्न जीवों के लिए जीन अनुक्रमण कर रहा था, यह हमारे लिए बहुत सम्मान और गर्व का दिन है क्योंकि विभाग अपने क्षितिज का विस्तार कर रहा है और एक उच्च थ्रूपुट जीनोम अनुक्रमण सेवाओं का उद्घाटन कर रहा है।