मेरठ: मेरठ किसान पंचायत में राजनीति और किसानों की आवाज एक ही मंच से सुनने को मिल सकती है। इस कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में शामिल होंगे। किसान कानून के विरोध में पंचायत का मंच सजेगा।
28 फरवरी को होगी पंचायत
यह किसान पंचायत 28 फरवरी को मेरठ में आयोजित की जाएगी। जिसके लिए तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीति इन दिनों वैसे ही काफी गरमा-गरमी से गुजर रही है। अब इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री का जुड़ना और दिलचस्प मोड़ लेगा।
इस पंचायत में कई मुद्दों पर सरकार से सवाल किए जाएंगे। जिनमें गन्ने के दाम, बिजली का बिल, शिक्षा और किसान कानून काफी अहम होंगे। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश आये मनीष सिसोदिया ने यूपी की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे।
पंचायत के सिलसिले में रविवार को बैठक
पंचायत की रणनीति और सफलता के लिए रविवार को बैठक होगी, जिसमें केजरीवाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों से मुलाकात करेंगे। किसान आंदोलन ज्यादातर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिस्सों में काफी सक्रिय है।
Delhi CM and AAP chief Arvind Kejriwal to address a Kisan Mahapanchayat to be held in support of farmers' protest in Meerut, Uttar Pradesh on 28th February.
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— ANI (@ANI) February 15, 2021
ऐसे में मेरठ की किसान पंचायत काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाली है। सभा के दौरान केजरीवाल जनता को संबोधन भी देंगे। जिसमें उनके निशाने पर नरेंद्र मोदी और किसान कानून मुख्य रूप से रहेंगे। राज्य के स्थानीय मुद्दों पर भी केजरीवाल बोल सकते हैं।
प्रियंका गांधी की तर्ज पर केजरीवाल की सभा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इन दिनों कई किसान महापंचायत का हिस्सा बन रही हैं। सहारनपुर और बिजनौर के बाद वह मथुरा में पंचायत को संबोधित करने जा रही हैं। इसके बाद अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी किसानों के समर्थन में पंचायत का हिस्सा बनेंगे।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अभी समय है, लेकिन विपक्ष अपनी जमीन तलाशने में जुट गया है। अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी और अरविंद केजरीवाल तीनों लगातार उत्तर प्रदेश पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनाव में किसकी दाल गलती है, यह देखना काफी दिलचस्प होगा।