नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और नजीब जंग के बीच जुबानी जंग से तो सभी वाकिफ है। आए दिन किसी न किसी मुद्दे पर इन दोनों की तकरार लोगों के सामने आती रही है। एक बार फिर से इसी तकरार को हवा देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने तेवर को तीखा करते हुए एक ट्वीट किया है। अपने इस ट्वीट के जरिए केजरीवाल ने न केवल राजधानी के उप-राज्यपाल पर हमला बोला है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है।
बुधवार को केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, नजीब जंग ने उप राष्ट्रपति बनने के लिए अपनी आत्मा को मोदी को बेच दिया। पर मोदी कभी मुस्लिम को उप राष्ट्रपति नहीं बनाएंगे,जंग जो मर्जी कर लें।
नजीब जंग ने उप राष्ट्रपति बनने के लिए अपनी आत्मा को मोदी को बेच दिया। पर मोदी कभी मुस्लिम को उप राष्ट्रपति नहीं बनाएँगे,जंग जो मर्ज़ी कर लें
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 7, 2016
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल और नजीब जंग के बीच कई मुद्दों को लेकर तकरार सामने आती आई है।
शुंगली कमेटी पर छिड़ी बहस:-
दिल्ली के उप-राज्यपाल नजीब जंग ने 400 फाइलों की समीक्षा के लिए एक शुंगलू कमेटी बनाई थी जो कि इन फाइलों में इस बात की जांच-पड़ताल करेगी तय नियमों के आधार पर ही काम किया गया है नहीं। लेकिन इस मामले ने तूल तब पकड़ लिया जब केजरीवाल ने नजीब जंग को इस कमेटी को भंग करने को कहा। इस पूरे मामले पर दिल्ली सरकार का कहना है कि एलजी और ऑफीसर को फाइल देखने का अधिकार है लेकिन कमेटी बना देना और उसके तहत फाइलों को देखना पूरी तरह से असंवैधानिक है क्योंकि किसी अध्यादेश में कहीं भी ये प्रावधान नहीं है कि एलजी किसी तरह की कमेटी बना सकता है। वहीं एलजी नजीब जंग की एक जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि फाइलों के पीछे का सच जनता के सामने आना चाहिए। अगर उन्होंने इन फाइलों में सभी नियमों का पालन किया है तो फिर वो डर क्यों रहें हैं?
कॉर्टून कांड:-
बेंगलुरु से अपनी सर्जरी करवाकर लौटेने के बाद केजरीवाल ने ट्विटर पर एक पोस्ट साझा किया था जिसको लेकर काफी विवाद देखने को मिला। इस पोस्ट को साझा करते हुए केजरीवाल ने लिखा था, जंग अब संघ का ही हिस्सा है। इसके साथ ही अपने मंत्रियों के एक के बाद एक विवाद में फंसने को लेकर विपक्षियों पर तंज कसते हुए ट्विटर पर दिल्ली पुलिस कार्टून वाला पोस्ट साझा किया जिसमें कि दो पुलिस वालों के बीच बात हो रही है। एक पुलिस वाला कहता है एक नेता बाहर जोर -जोर से छींक रहा है तो इस पर दूसरा पुलिस अधिकारी जवाब देता है कि आप का है तो अंदर कर दो।
न्यूनतम मजदूरी की फाइल लौटाने पर जंग:-
देशभर में रेडियोलॉजिस्ट व नर्से अपना बेसिक पे बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर थी। जिसके बाद आम आदमी पार्टी सरकार ने राजधानी में न्यूनतम मजदूरी लगभग 50 फीसदी तक बढ़ाने की मंजूरी दी थी। कैबिनेट की मंजूरी के बाद दिल्ली में बिना कौशल वाले मजदूरों का न्यूनतम वेतन 9,568 रुपये से बढ़कर 14,052 रुपये प्रति महीना, जबकि अर्ध कौशल वाले मजदूरों का वेतन 10,582 रुपये से बढ़कर 15,471 रुपये तथा कौशल युक्त मजदूरों का वेतन 11,622 रुपये से बढ़कर 17,033 रुपये कर दिया गया।
कैबिनेट की मंजूरी के बाद फाइल उपराज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजी गई लेकिन जंग ने उसे वापस लौटा दिया। जिसके बाद केजरीवाल ने कहा, ऐसे दिन जब देश में 18 करोड़ मजदूर हड़ताल पर हैं, मोदी के उपराज्यपाल ने न्यूनतम मजदूरी की फाइल वापस कर दी।