नई दिल्ली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद से ही लगातार भाजपा विरोधी पार्टियां ईवीएम में खराबी की बात कह रही थी लेकिन शनिवार को मध्यप्रदेश के भिंड में उपचुनाव होने से पहले ट्रायल के दौरान मशीनों से सिर्फ कमल के नाम की पर्चियां निकलने के बाद एक बार फिर से विरोधी पार्टियों के सुर तेज हो गए है। इसी के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चीफ इलेक्शन कमीशन से बात की और इस बारे में अपना पक्ष रखा।
केजरीवाल ने करीबन 4:15 बजे दिल्ली में सीईसी से मुलाकात की और उसके बाद मीडिया से बात करते हुए कई मामले पर बोले। उन्होंने कहा कि एक मशीन में गड़बड़ी से तो शक पैदा होता है। इस खबर से ये कहा जा सकता है कि ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ संभव है मशीन का सॉफ्टवेयर बदला गया। अगर ऐसा हो रहा है तो ये देश के साथ धोखा है। इसलिए निष्पक्ष चुनाव के लिए देश में दोबारा बैलेट पेपर से वोटिंग होनी चाहिए।
जानिए क्या है पूरा मामला?
भिंड जिले में विधानसभा उपचुनावों की तैयारिया जोरो शोरो पर है। वहीं मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिहं शुक्रवार देर शाम को वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल के डेमो के लिए मशीन में 2 अलग-अलग बटन दबाएं तो भाजपा के वोट की पर्ची निकली। मशीन से निकलती एक ही पार्टी की पर्ची बाहर आने के बाद सलीना ने वहां पर मौजूद सभी मडियाकर्मियों को कहा कि वो इस खबर को बाहर नहीं आने को कहा। इसके साथ ही कहा कि अगर ये खबर बाहर आई तो पुलिस हिरासत में बैठाआ जाएगा। इस खबर के मीडिया में आने के बाद मामले ने तूल पकड़ा।
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री वोटिंग मशीन के बदले बैलेट पेपर के मांग कर रही है। बता दें कि हाल ही में दिल्ली में एमसीडी इलेक्शन होने वाले है जिसके चलते सभी पार्टियां इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर रही है क्योंकि हाल ही में ज्यादातर चुनावों में भाजपा की जीत हुई है ऐसे में सभी पार्टियां चाहती है कि इस बार नगर निगम चुनाव मशीन की जगह पेपर से हो।
25 अप्रैल को है एमसीडी चुनाव:-
दिल्ली के तीनों नगर निगम के लिए आम चुनाव 22 अप्रैल को होंगे। दिल्ली चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली की तीनों निगमों में 22 अप्रैल को चुनाव होगा। वहीं नामांकन 27 मार्च से शुरू होंगे और नतीजे 25 अप्रैल को आएंगे। इससे पहले 9 अप्रैल को दिल्ली के राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव है।