देहरादून। देशवासियों द्वारा आज गणतंत्र दिवस को बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है। पूरे देश में खुशी का माहौल बना हुआ है। जैसा कि सभी जानते हैं गणतंत्र दिवस के मौके पर सभी राज्यों द्वारा अपनी-अपनी सांस्कृतिक झलक पेश की जाती है। जिसके चलते आज सभी राज्यों द्वारा अपनी झांकियों की झालक प्रस्तुत की जा रही है। जैसे उत्तर प्रदेश के राम मंदिर की झांकी निकाली गई। इसके साथ ही उत्तराखंड के कलाकारों द्वारा उत्तराखण्ड की पांरपरिक वेशभूषा में राष्ट्रीय रंगशाला में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर उत्तराखण्ड की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय केदारखण्ड है, जिसे कलाकारों द्वारा बड़ी ही अच्छी तरह से प्रस्तुत किया जा रहा है।
केदारखंड झांकी में दर्शायी गई ये चीजें-
बता दें कि झांकी के अग्रभाग में उत्तराखण्ड का राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग’ दर्शाया गया है, जो कि उत्तराखण्ड के वनाच्छादित हिम शिखरों में 3600 से 4400 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता है। इसी प्रकार से उत्तराखण्ड का राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य ‘पुष्प ब्रह्मकमल’ दिखाया गया है, जो केदारखण्ड के साथ-साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। झांकी के मध्य भाग में भगवान शिव के वाहन नंदी को दर्शाया गया है तथा साथ में केदारनाथ धाम में यात्रियों को यात्रा करते हुए तथा श्रद्वालु को भक्ति में लीन दर्शाया गया है। झांकी के पृष्ठ भाग में बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा केदार का भव्य मंदिर दर्शाया गया है। जिसका जीर्णोद्धार आदिगुरू शंकराचार्य ने कराया था तथा मंदिर परिसर में श्रद्वालुओं को दर्शाया गया है साथ ही मंदिर को ठीक पीछे विशालकाय दिव्य शिला को दर्शाया गया है।
उत्तराखंड की झांकी दर्शकों को कर रही प्रभावित-
इसके साथ ही देवभूमि उत्तराखंड की झांकी सच में ही बहुत ही शानदार रही। इसमें श्रद्वालुों की भक्ति को परिपूर्ण तरीके से दिखाया गया है। गणतंत्र दिवस की परेड में निकलने वाली केदारखंड झांकी दर्शकों के मन को प्रभावित कर रही है। उन्हें भक्ति में डुबा रही है। आध्यात्मिक भूमि उत्तराखण्ड में जहाँ एक ओर जीवन दायिनी गंगा, यमुना बहती है तथा दूसरी ओर चार धाम पवित्र तीर्थस्थल विद्यमान हैं।