श्रीनगर। कश्मीर के शोपिया जिले में घेराबंदी कर 100 जवानों ने आतंकियों को ढूढ़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया है। जवानों को आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इस सर्च ऑपरेशन में करीब 1000 जवानों को लगाया गया है। जैसे ही फौज इलाके में पहुंची वहां की आम जनता ने उन पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जब लोगों ने फौज की घेराबंदी तोड़ने की कोशिश की तो मजबूरन पुलिस को आंसू गैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल करना पड़ा। झड़प के कारण ऑपरेशन को रोकना पड़ा। एक दिन पहले कुलगाम में भी ऑपरेशन के दौरान हुई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक महीने में साउथ कश्मीर में सेना और सुरक्षा बलों का यह दूसरा बड़ा सर्च ऑपरेशन है। इससे पहले 4 मई को सेना और सिक्युरिटी फोर्सेज ने 3000 जवानों के साथ कुलगाम जिले के 20 गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया था। जानकारी मिली है कि साउथ कश्मीर के इलाकों में 30 से ज्यादा आतंकवादी छिपे हुए हैं। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है।
बता दें कि एक दिन पहले कुलगाम में भी सिक्युरिटी फोर्सेज छानबीन के लिए पहुंची थीं, वहां पत्थरबाजी के बाद सेना को भीड़ पर काबू पाने के लिए हवाई फायर करने पड़े थे। कश्मीर में बिगड़े हालातों के चलते 3 स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। उधर, हुर्रियत नेता मीरवाइज और गिलानी घरों में नजरबंद हैं। पाकिस्तान की ओर से राजौरी जिले में एक बार फिर सीजफायर का उलंघन किया गया। पाक सेना ने बालाकोट सेक्टर में गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया।
साथ ही डिफेंस मिनिस्टर बनने के बाद अरुण जेटली पहली बार जम्मू कश्मीर पहुंचे। उनके साथ सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत भी थे। जेटली फाइनेंस मिनिस्टर भी हैं। वे श्रीनगर में जीएसटी को लेकर होने वाली 2 दिनों की मीटिंग में शामिल होंगे। मुनीर अहमद खान ने कश्मीर जोन के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस का चार्ज संभाला। उनका अप्वाइंटमेंट ऐसे वक्त हुआ है जब घाटी में हालात खराब हैं। हर रोज हो रहे स्टूडेंट्स के प्रदर्शन मुनीर अहमद खान के लिए चुनौती हैं। इसके अलावा यूथ के आतंकवादी बनने और साउथ कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाएं भी नए आईजी के लिए गंभीर मसले रहेंगे। मुनीर अहमद ने एसजेएम गिलानी से चार्ज लिया। कुछ दिन पहले गिलानी ने बयान दिया था कि पिछले एक साल में कश्मीर के 95 लड़के आतंकवादी बन गए हैं।