श्रीनगर। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक को बुधवार को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब उन्होंने अपनी नजरबंदी का उल्लंघन कर शहीद कब्रगाह की तरफ बढ़ने की कोशिश की।
पुलिस ने कहा कि हालांकि कुछ ही घंटों बाद दोनों को रिहा कर दिया गया और उन्हें वापस उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया। हुर्रियत नेतृत्व ने श्रीनगर में स्थित नक्शबंद साहिब की दरगाह तक बुधवार को जुलूस निकालने की घोषणा की थी।
गिलानी (87) को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह हैदरपोरा स्थित अपने आवास से बाहर निकले और उन्होंने दरगाह की ओर बढ़ने की कोशिश की। मीरवाइज ने श्रीनगर के निगीन में स्थित अपने आवास की झाड़ी लांघने की कोशिश की, और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
हुर्रियत नेतृत्व, हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी को आठ जुलाई को मुठभेड़ में मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में भड़की हिंसा के बाद से ही संयुक्त कार्यक्रम जारी कर रहा है। कश्मीर में 13 जुलाई को शहीद दिवस मनाया जाता है। इसी तिथि को वर्ष 1931 में 21 लोग शहीद हो गए थे।
इसके पहले मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उनके पूर्ववर्ती उमर अब्दुल्ला ने कब्रगाह जाकर 1931 में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
(आईएएनएस)