नई दिल्ली। यह कहना ठीक है कि पिछले एक दशक में, करवा चौथ एक विवादास्पद त्योहार बन गया है। चाहे वह महिलाएं अपने पति के लिए पूरे दिन उपवास करती हैं या उनमें से कुछ के लिए मजबूर किया जाता है, आज हर किसी के पास अपनी राय व्यक्त करने के लिए एक मंच है, जिनमें से अधिकांश त्योहार के खिलाफ हैं। लेकिन हमने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के 5 जोड़ों से बात की, जिन्होंने त्योहार और उनके बारे में हमें बताया और लोकप्रिय मान्यताओं के विपरीत, 5 में से 4 जोड़े हर साल करवा चौथ पर उपवास करते हैं।
पहले जोड़े से बात की तो उसने बताया कि, उसकी शादी को अब 27 साल हो चुके हैं और खुशी से जीवन बीत रहा है। वो पेशे पंजाबी से शिक्षक हैं, लेकिन उन्होंने उत्तर भारतीय परिवार में शादी की। वह यह कहकर अपनी शुरुआती दिनों को याद करती है कि वे एक साथ उपवास करते हैं, त्योहार के लिए एक साथ खरीदारी करते हैं और साथ ही साथ उपवास तोड़ते हैं। वह कहती हैं, “मुझे समझ नहीं आ रहा है कि जो व्यक्ति इतना प्यार करता हो उसके लिए एक निश्चित दिन पर उपवास कैसे किया जाता है? हम उपवास नहीं करते हैं क्योंकि परिजन हमें मना करते है, लेकिन हम एक दूसरे से प्यार करते हैं।
हमने एक ऐसे जोड़े से भी बात की, जिनकी शादी को छह महीने हो चुके हैं। वो खुद को खुश दुल्हन बतातीं हैं, मैं एक कामकाजी पेशेवर हूं और अपनी टीम का नेतृत्व कर रहा हूं। मेरे पति के लिए मेरा उपवास और नारीवाद पर मेरी राय आपस में जुड़ी नहीं है।