नई दिल्ली: कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव खत्म होने के बाद से ही कर्नाटक सरकार विवादों में फसती नजर आ रही है। इस बार कर्नाटक की नवनिर्वाचित राज्य सरकार के खाद्य एवं रसद मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान ने कार को लेकर विवादित बयान दिया था जिसकी वजह से कर्नाटक की सियासत में सरगर्मी बद गई है।
कार से नाखुश मंत्री
अहमद खान ने खुद को मिली 20 लाख रुपये की सरकारी इनोवा कार में खुद को असहज महसूस करने की बात कहते हुए अपने लिए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के लिए खरीदी गई करीब 30 से 35 लाख रुपये कीमत वाली फॉर्च्यूनर कार दिए जाने की मांग रखी है। उन्होने कहा कि मैं बचपन से बड़ी कारों में सफर करता आया हूं। इनोवा एक निचले स्तर की कार है इसलिए मुझे इस कार में सफर करने पर असहज महसूस होता है।
बीजेपी ने साधा निशाना
वहीं खान के बयान पर भाजपा प्रवक्ता एस. प्रकाश ने कहा, खान के पास अपनी निजी 100 लक्जरी बसें हैं। उन्हें अपनी निजी कार में सफर करना चाहिए। खान को याद रखना चाहिए कि वह कर्नाटक के लोगों की सेवा करने आए हैं, जिनमें अधिकतर गरीब और मध्यम वर्ग से आते हैं। इस पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नासिर हुसैन का कहना है कि, खान की मांग कहीं से भी गलत नही है। यदि एक मंत्री किसी कार में असहज हैं तो वह दूसरी क्यों नहीं मांग सकता?
कार को लेकर घमासान
इसके बाद जब खान से कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के निजी रेंज रोवर कार को सरकारी कामों में उपयोग करने का उदाहरण देकर पूछा गया कि वह भी सरकारी कार क्यों मांग रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि जनता मुझे पहचाने की मैं एक मंत्री हूं। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को हर कोई जानता है। यदि मैं एक सामान्य कार से जाऊंगा तो क्या जनता मुझे पहचानेगी? यदि मैं एक सरकारी कार से जाऊंगा तो वे देखेंगे कि मंत्री जा रहा है।