नई दिल्ली। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भी पार्टियां आंकड़ों के खेल में ऐसी फंसी है। जहां बीजेपी की ओर से अपना बहुमत साबित करने को लेकर पेंच फंसा हुआ है तो वहीं दूसरी और कांग्रेस और जेडीएस के सामने अपने विधायकों को टूटने से बचाने की चुनौती है। हालांकि सभी शाम के चार बजने का इंतेजार कर रहा है क्योकि आज शाम 4बजे ही येदियुरप्पा सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा, जिससे स्थिती थोड़ी स्पष्ट हो पाएगी।
मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके बीएस येदियुरप्पा को चार बजे सदन में अपना बहुमत साबित करना है। भाजपा के पास फिलहाल 104 विधायक हैं और माना जा रहा है कि उसके लिए कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को तोड़ना आसान नहीं है। ऐसे में भाजपा के लिए ये बड़ी चुनौती की घड़ी है।
बता दे कि राज्यपाल की ओर से येदियुरप्पा को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिनों का वक़्त दिया गया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी और शुक्रवार को अदालत ने कहा कि 19 मई को शाम चार बजे ही बहुमत साबित करना होगा।
कर्नाटक की सियासत में नाटक
इससे पहले कांग्रेस से लेकर बीजेपी नेताओं की ओर से तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। बता दे कि कर्नाटक में जब से विधानसभा चुनाव के नतीजे आएं है तभी से कर्नाटक की सियासत में नाटक मचा हुआ है। बता दे कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को 104 सीटें मिली थी तो वहीं कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 38 सीटें मिली थी।
जिसके बाद कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस ने जेडीएस को अपना समर्थन दे दिया था। लेकिन सरकार बनाने के लिए राज्यपाल की ओर से बीजेपी को सरकार बनाने का न्यौता दिया गया जिसके बाद से ही राजनीति में सियासत गरमाई हुई है और आज बीजेपी को सदन में बहुमत साबित करना है
जिस पर दोनों ही पक्षों का कहना है कि उनके सभी विधायक उनके साथ हैं। ऐसे में सभी की निगाहें आज कर्नाटक की तरफ हैं। जिसका असर साफ तौर पर और राज्यों में देखने को मिल रहा है। बता दे कि बिहार में तेजस्वी यादव की ओर से भी नई सरकार बनाने को लेकर मामला गरमाया हुआ है।