कर्नाटक चुनाव में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं। जिसके चलते सभी राजनीतिक पार्टियां खूब ताबड़-तोड़ रैलियां करने में लगी हैं। वहीं देश के ज्यादातर राज्यों में जीत हासिल करने के बाद अब बीजेपी कर्नाटक में भी अपना परचम फहराने की फिराक में है। अब अमित शाह के बाद पीएम मोदी 1 मई से चुनाव अभियान शुरू करेंगे। पीएम मोदी एक मई को उडुपी जाएंगे, जहां उनका श्री कृष्ण मठ जाने का कार्यक्रम है। इसके बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। इससे पहले पीएम ने नमो एप के जरिए गुरुवार को कर्नाटक के सभी जन प्रतिनिधियों, विधानसभा चुनाव के सभी उम्मीदवारों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बात की। इस दौरान उन्होंने उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार के मुद्दों को बताया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले राजनीतिक दल विकास के मुद्दे पर राजनीति नहीं करते थे, बल्कि जाति-पंत-धर्म के आधार पर राजनीति करते थे। पीएम ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल एक जाति को चुनाव से पहले लॉलीपॉप पकड़ाते हैं और फिर चुनाव में उनका उपयोग करते हैं। चुनाव बदलता जाता है और इसी तरह हर नए ग्रुपों को लॉलीपॉप देते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के राजनीतिक कल्चर को कांग्रेस के कल्चर से मुक्ति दिलानी होगी।
उन्होंने बीजेपी कैंडिडेट्स से कहा कि हमें सिर्फ विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ना है। आपको इस दौरान चौकन्ना रहना होगा, क्योंकि राजनीतिक पार्टियां बीजेपी के खिलाफ झूठ फैला रही है। हमें झूठ से भी लड़ना है और विकास-सच की लड़ाई भी लड़नी है। आज कांग्रेस की वजह से ही राजनीति की गलत छवि बनी है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान 4 साल में केंद्र की ओर से कर्नाटक को दी गई मदद के बारे में बताया।
Parties fear discussions on development as it is measurable. Development is not an issue for ones who do in caste-based politics, they give a lollipop of fake promises to particular community & then do same with another community in next elections: PM to #Karnataka BJP workers pic.twitter.com/OnaZKZSYRu
— ANI (@ANI) April 26, 2018
गौरतलब है कि 225 विधानसभा सीटों वाले इश राज्य में 224 सीटों पर सीधे टुनाव के जरिए प्रतचिनिधि चुने जाते हैं जबकि राज्य में आंग्ल-भारतीयों को प्रतिनिधित्व देने के लिए एक सीट पर नामांकन के जरिए प्रतिनिधि का चुनाव किया जाता है। 12 मई को यहां 224 सीटों के लिए मतदान किया जाएगा और 15 मई को मतों की गणना की जाएगी।