नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने एक बार फिर केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। उन्होंने आप सरकार में लोक निर्माण विभाग मंत्री एवं मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के करीबी सत्येंद्र जैन पर फिर गंभीर आरोप लगाये हैं।
मिश्रा ने कहा कि जैन के परिजनों की कुल 56 कंपनी है। ये सभी कंपनी हवाला कारोबार में लिप्त हैं। इन सभी कंपनियों में जैन के ही परिजन ऊंची पोस्ट पर हैं। उन्होंने कहा कि इन कम्पनियों द्वारा पैसा कलकत्ता में एक हवाला कारोबारी के पास भेजा गया फिर उस पैसे से दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर 80 एकड़ जमीन खरीदी गई।
सरकार ने इस जमीन के लिए दिल्ली में लैंड पूलिंग स्कीम पास की, जिससे यह जमीन अरबों रुपये की हो गई। इसका फायदा जैन तथा अन्य गुमनाम लोगों को मिला।
मिश्रा ने कहा कि जैन की हर कंपनियों में सुरेंदर जैन नामक एक व्यक्ति की मौजूदगी है। ये व्यक्ति मुख्यमंत्री के पास स्थित आवास में रहता है। शायद इस ही व्यक्ति ने जैन को विधानसभा का टिकट दिलाया है। साथ ही मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया कि जैन ने दो अलग अलग स्थानों पर अपनी दो अलग-अलग वोटर आईडी लिखी है।
इनमें से एक वोटर आईडी फर्जी है। उन्होंने कहा कि जैन इतने माहिर हैं कि उन्होंने आरोपों से बचने के लिए 2013 में ही अपनी सभी कम्पनियों से इस्तीफा दे दिया ताकि उनसे भ्रष्टाचार को लेकर कोई सवाल न पूछे लेकिन वे भूल गए कि सवाल तो उन पर ही उठेंगे।
मिश्रा ने कहा कि आखिर कौन सी मज़बूरी है जिसके चलते केजरीवाल जैन पर कार्रवाई नहीं कर रहे,असीम अहमद खान पर तो उन्होंने केवल एक ऑडियो क्लिप के आधार पर ही करवाई कर दी थी।