नई दिल्ली: उत्तर पूर्व दिल्ली के मौजपुर चौक पर सीएए के समर्थन में भीड़ को संबोधित करते हुए दिये गए अपने भाषण पर उठे विवाद के बाद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि वह सच बोलने पर अपने खिलाफ चलाये जा रहे नफरत वाले अभियान से डरते नहीं हैं और कानून का समर्थन कर रहे हैं। पूर्व AAP विधायक और हाल के दिल्ली विधानसभा चुनाव में मॉडल टाउन से बीजेपी के टिकट पर हार चुके मिश्रा ने रविवार को जाफराबाद इलाके के मौजपुर चौक में सीएए के समर्थन में सभा को संबोधित किया था जिसके बाद ही दोनों पक्षों के बीच झड़पें शुरू हुईं।
बता दें कि मिश्रा ने मंगलवार को ट्वीट किया कि उन्हें गाली दी जा रही हैं और जान से मारने की धमकी दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून का समर्थन करके उन्होंने कोई अपराध नहीं किया। मिश्रा ने कहा, ‘‘मुझे कई लोगों ने फोन पर जान से मारने की धमकी दी है। नेताओं और पत्रकारों समेत कई लोग मुझे गाली बक रहे हैं। मैं डरता नहीं क्योंकि मैंने कुछ गलत नहीं किया। दिल्ली हिंसा से पहले कपिल मिश्रा उत्तर पूर्वी दिल्ली पहुंचे थे और वहां सीएए का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ भाषणबाजी की थी। मिश्रा का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वह दिल्ली पुलिस को अल्टिमेटम देते हुए दिख रहे हैं कि तीन दिन में रास्ता खाली करवा दें, वरना खतरनाक अंजाम होगा।
पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने मंगलवार को मिश्रा समेत भड़काऊ भाषण देने वाले किसी भी शख्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की वकालत की। गंभीर ने पटपड़गंज में मैक्स अस्पताल में भर्ती पुलिस अधिकारियों को देखने के बाद कहा, ‘‘जो भी भड़काऊ भाषण दे, चाहे वह किसी भी पार्टी का हो, कपिल मिश्रा समेत जो भी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
बता दें, उत्तरपूर्वी दिल्ली में मंगलवार को नए सिरे से हिंसा भड़क गई जिसमें मृतक संख्या बढ़कर 13 हो गई है। पुलिस भीड़ पर काबू पाने की जद्दोजेहद में लगी रही जो गलियों में घूम रही थी। भीड़ में शामिल लोग दुकानों को आग लगा रहे थे, पथराव कर रहे थे और वे स्थानीय लोगों के साथ मारपीट कर रहे थे। राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरपूर्वी इलाके में तनाव के दूसरे दिन हिंसा चांदबाग और भजनपुरा सहित कई क्षेत्रों में फैल गई। इस दौरान पथराव किया गया, दुकानों को आग लगायी गयी। दंगाइयों ने गोकलपुरी में दो दमकल वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। भीड़ भड़काऊ नारे लगा रही थी और मौजपुर और अन्य स्थानों पर अपने रास्ते में आने वाले फल की गाड़ियों, रिक्शा और अन्य चीजों को आग लगा दी।
ऐसे में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शहर में हैं, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई हुई है। पुलिस ने दंगाइयों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इन दंगाइयों ने अपने हाथों में हथियार, पत्थर, रॉड और तलवारें भी ली हुई थीं। कई ने हेलमेट पहन रखे थे। पुलिस को अर्धसैनिक कर्मी सहयोग कर रहे थे। सड़कों पर क्षतिग्रस्त वाहन, ईंट और जले हुए टायर पड़े थे जो सोमवार को हुई हिंसा की गवाही दे रहे थे जिसमें 48 पुलिसकर्मियों सहित लगभग 200 लोग घायल हो गए थे। जीटीबी अस्पताल के अनुसार मंगलवार को मृतक संख्या 13 हो गई। हिंसा जारी रहने के बीच पुलिस अधिकारियों ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और भजनपुरा, खजूरी खास और अन्य स्थानों पर फ्लैग मार्च किए गए।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली पुलिस प्रमुख अमूल्य पटनायक और अन्य के साथ बैठक की। बैठक में यह तय हुआ कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को शांति बहाली के लिए हाथ मिलाना चाहिए और सभी क्षेत्रों में शांति कमेटियों को फिर से सक्रिय किया जाना चाहिए।