इंदौर। इंदौर से पटना जा रही इंदौर-राजेन्द्र नगर एक्सप्रेस रविवार तड़के कानपुर में हुए भीषण रेल दुर्घटना में अब तक मारे जाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 100 के पार हो गई है, हालांकि अब तक हादसे के कारण का पता नहीं चल पाया है। ऐसे में जिन लोगों ने अपनों को खो दिया वो और जिनके अपने अभी लापता है वो बदहवासों की तरह उन्हें खोज रहे है।
दुल्हन बनने जा रही थी रूबी:-
ऐसे ही कुछ लोगों में 20 साल की रूबी गुप्ता जो अपनी शादी के लिए इंदौर से निकलीं थीं। वह अपनी मंजिल के करीब बढ़ती जा रही थीं लेकिन उनको नहीं पता था कि इतना बड़ा हादसा सफर में उनका सबकुछ छीन लेगा। रूबी यहां अपने पिता को तलाश रही है लेकिन अभी तक उसकी तलाश पूरी नहीं हुई है। उनके खुद के शरीर पर काफी चोटे हैं लेकिन बदहवास हालत में वह अपने पिता को ढूंढ रही हैं।
पिता को ढूंढने की जद्दोजहद:-
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार रूबी अपने पिता राम प्रसाद गुप्ता और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बनारस जा रही थीं। रूबी ने बताया कि रात करीब 3 बजे अचानक से बहुत तेज आवाज आई। जब आंख खुली तो एक-दूसरे पर लोग गिर पड़े। सब के सब बेहोश हो गए 2 से 3 घंटे बाद जब आंख खुली तो भाई विशाल, बहन खुशी ही सामने थी जबकि पापा रामप्रसाद, भाई अभिषेक और बहन अर्चना लापता हैं। उन्होंने बताया लोग मुझे अस्पताल और मुर्दाघर में उन्हें खोजने की सलाह दे रहे हैं लेकिन मैं समझ नहीं पा रही कि अब क्या करूं।
रूबी अपने साथ शादी के कपड़े और गहने लेकर चली थीं, वह भी उन्हें नहीं मिल रहे। उन्होंने अभी तक शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। रेल के पटरी से उतरने के कारणों का अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है।