कानपुरः कोरोना लॉकडाउन के कारण देश के बड़े एंव छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। इस दौरान सबसे ज्यादा प्रभाव मझले वर्ग के व्यापारियों को पड़ा है। उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन खुलने के बाद जब भारत खबर की टीम व्यापारियों से बात करने पहुंची तो उन्होंने अपने नुकसान के बारे में विस्तार से बताया।
कानपुर के एक व्यापारी मुकेश दीक्षीत बताते हैं कि लॉकडाउन लग जाने के कारण दुकानों में सन्नाटा पसरा हुआ है। व्यापार बिल्कुल नहीं है। दुकान के खर्चे कम नहीं हो रहे हैं। दुकान में आए काम करने वाले व्यक्तियों को सैलरी पूरी दी जा रही है और सरकार से मांग करते हैं कि बिजली के बिल एवं अन्य चीजों में छूट दी जाए जिससे व्यापारियों को राहत मिले।
वहीं, एक अन्य व्यापारी नवदीप शुक्ला कहते हैं कि लॉकडाउन खुलने के बाद भी व्यापार में इजाफा नहीं हुआ है। स्थितियां इतनी बिगड़ गई हैं कि खुद का खर्चा भी नहीं उठा पा रहे हैं और इसी तरह रहा तो काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। सरकार से अपील है कि शाम 7 बजे के बाद भी दुकाने खोलने की उम्मीद दी जाए।
वहीं, श्याम पांडे ने बताया कि लॉकडाउन लगने के कारण हुए व्यापार में कटौती के कारण एक और बताया जो शाम 7:00 बजे की बात के बाद का व्यापार होता है। उसमें ग्राहक ज्यादा होते हैं जिससे व्यापार में मुनाफा होता है। मगर या 7:00 बजे के बाद का लॉकडाउन कहीं तक सरकार को बदलना चाहिएष यदि 7:00 बजे की जगह 10:00 बजे के बाद लॉकडाउन लगाया जाए। तो व्यापार में बढ़ोतरी हो सकती है।