लखनऊ। कानपुर में उत्तेजित भीड़ द्वारा युवक की पिटाई मामले को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए शर्मनाक होती हैं। ऐसी घटनाओं पर प्रशासन को संज्ञान लेकर दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।
अखिलेश यादव ने बर्रा आठ में युवक की पिटाई के बाद उसे निर्दोष बताते हुए पूरी घटना के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के उकसावे पर ही यह कृत्य किया गया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने प्रदेश में अराजकता फैला दी है। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।
सपा मुखिया ने कहा कि आरएसएस की विचारधारा वाली बीजेपी ने जबसे केंद्र में सरकार बनाई है, तबसे वंचित समाज के खिलाफ उत्पीड़न के मामले बढ़ गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार में जाति-धर्म के नाम पर भेदभाव किया जा रहा है। कहा कि जबसे यूपी में योगी की सरकार आई है, वो भी आरएसएस के एजेंडे को बढ़ा रही है। वो भी विभाजनकारी नीतियों को खुलकर अंजाम दे रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान की मूल भावना ही समानता की पोषक है। लेकिन बीजेपी सरकार ऐसा करके संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी लोकतांत्रिक मूल्यों की पक्षधर है। अन्याय और शोषण के खिलाफ हमेशा से समाजवादी पार्टी खड़ी रही है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सद्भाव बढ़ाना ही सपा का लक्ष्य है। लेकिन, बीजेपी देश में नफरत और घृणा फैलाने का काम कर रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जनता के द्वारा चुनी गई सरकार की जिम्मेदारी है कि जनता का विश्वास सरकार पर बना रहे। लेकिन, बीजेपी की नीतियां इन विश्वासों को चोट पहुंचा रही है। आपसी सौहार्द को तोड़ने का काम करही है। समाज को तोड़ने वाले आज सत्ता में बैठे हुए हैं। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर देश की एकता को तोड़ने का आरोप लगाया है।