लखनऊ: कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड के आरोपित अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की हालात गंभीर है। लखनऊ स्थित लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती खुशी दुबे को खून की उल्टियां हो रही थीं।
इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी उमेश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने खुशी दुबे के उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए उसकी रिहाई की मांग की है।
भाजपा एमएलसी ने क्या लिखा?
एमएलसी उमेश द्विवेदी ने अपने पत्र में लिखा कि, बिकरू कांड के 10 माह बीत जाने के बाद भी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे पर आरोप तय नहीं हुआ है। बावजूद उसे सलाखों के पीछे रखा गया है।
सीएम योगी को लिखे पत्र में उन्होंने आगे कहा कि, मेदांता अस्पताल में भर्ती खुशी दुबे गंभीर अवस्था में जीवन-मरण के बीच संघर्ष कर रही है। आरोपित अमर दुबे से उसकी शादी घटना के नौ दिन पहले ही हुई थी। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अब तक उसके विरुद्ध कोई आरोप तय नहीं हो पाया।
खुशी दुबे की रिहाई की मांग
विधायक ने पत्र में मांग करते हुए कहा कि, ऐसी स्थिति में उसका बेहतर इलाज किया जाना चाहिए और आरोप तय ना होने की स्थिति में उसे रिहा किया जाए। उन्होंने अमर दुबे की पत्नी के साथ न्याय किए जाने की बात भी की।
कानपुर बिकरू कांड
आपको बता दें कि दो जुलाई, 2020 की रात कानपुर के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे व उसके साथियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया था। इसमें सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की शहादत हो गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने विकास दुबे व उसके भांजे अमर दुबे सहित छह आरोपितों को अलग-अलग एनकांउटर में मार गिराया था। इसको अलावा विकास दुबे व अमर दुबे की पत्नी समेत कई अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था।