मध्य प्रदेशः विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पद कगे लिए कमलनाथ केनाम पर मुहर लगाई है। गौरतलब है कि कमलनाथ 17 दिसंबर को सीएम पद की शपथ लेंगे। कहा जा रहा है कि तब तक राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की भी घोषणा हो जाएगी। मालूम हो कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। इसके पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि कमलनाथ शनिवार यानी कि 15 दिसंबर को शपथ ले सकते हैं।
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बता दें कि कमलनाथ ने दीपक बाबरिया, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव के साथ एमपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर गुरुवार को सरकार बनाने का दावा पेश किया। जानकारी के अनुसार कमलनाथ का शपथग्रहण समारोह भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा। इस शपथ ग्रहण समारोह के बाद 72 साल के कमलनाथ अपने राजनीतिक करियर में पहली बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभालेंगे।
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मालूम हो कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से 9 बार सांसद रह चुके हैं। कमलनाछ 16वीं लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर भी थे। मध्य प्रदेश में गुरुवार देर रात कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से कमलनाथ के नाम की घोषणा की गई।कमलनाथ कानपुर में पैदा हुए थे। मध्य प्रदेश में सीएम बनने की रेस में कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी था लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य को मना लिया गया। कमलनाथ के पिता का नाम महेंद्रनाथ और माता का लीला है।
कमलनाथ की शिक्षा
कमलनाथ देहरादून स्थित दून स्कूल के छात्र रहे हैं।राजनीति में आने से पहले उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज कोलकाता से स्नातक किया। कमलनाथ कांग्रेस के चुनिंदा दिग्गज नेताओं में से हैं। वह गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ काम कर चुके हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उन्हें अपना तीसरा बेटा मानती थीं। कमलनाथ इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी के बचपन के दोस्त थे। इसी वजह से वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के काफी खास माने जाते हैं।