नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मुहर के बाद बृहस्पतिवार देर रात भोपाल में हुई विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना गया। बैठक में सीएम पद के दूसरे दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। इससे पहले राहुल के घर दिनभर चली मैराथन बैठक में कमलनाथ के नाम पर सहमति बनी थी।
ये पद मेरे लिए मील का पत्थर
भोपाल में कांग्रेस दफ्तर में विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद कमलनाथ ने कहा कि ये पद मेरे लिए मील का पत्थर है. उन्होंने अपने विधायकों के बीच संदेश पढ़ते हुए कहा कि 13 दिसंबर को इंदिरा जी छिंदवाड़ा आई थी और मुझे जनता को सौंपा था.
ज्योतिरादित्य सिंधिया का कमलनाथ ने किया धन्यवाद
ज्योतिरादित्य सिंधिया का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने इनके पिता जी के साथ काम किया. इसलिए इनके समर्थन पर खुशी है. अगला समय चुनौती भरा है. हम सब मिलकर हमारा वचन पत्र पूरा करेंगे. कमलनाथ ने कहा, ”मुझे पद की कोई भूख नहीं रही. मेरी कोई मांग नहीं थी, मैंने अपना पूरा जीवन बिना किसी पद की भूख के कांग्रेस पार्टी को समर्पित किया. मैंने संजय गांधी, इंदिरा जी, राजीव जी और अब राहुल गांधी के साथ काम किया.”
सुबह 10:30 बजे राज्यपाल से मिलेंगे
मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कमलनाथ ने कहा कि शुक्रवार की सुबह 10:30 बजे वे राज्यपाल से मिलेंगे इसके बाद शपथ ग्रहण के बारे में जानकारी देंगे. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश का सीएम कौन होगा इसको लेकर गुरुवार को दिल्ली में राहुल गांधी के आवास पर देर तक बैठक चली.
इस बैठक में कमलनाथ के नाम पर मुहर लगी. इस बैठक में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे. इसके बाद दोनों नेता भोपाल पहुंचे. भोपाल में कांग्रेस के विधायक दल की बैठक हुई. इसमें उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया. वहीं कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से कमलनाथ को नया सीएम चुने जाने पर बधाई दी.