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श्री कृष्ण के बैकुण्ठ लौटने के बाद अचानक क्यों शुरू हुआ कलियुग?

mahabhart 2 श्री कृष्ण के बैकुण्ठ लौटने के बाद अचानक क्यों शुरू हुआ कलियुग?

महाभारत के बारे में तो हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं महाभारत से जुड़े कई सारे ऐसे रहस्य अभी भी मौजूद हैं। जिनके बारे में काफी लोग नहीं जानते हैं। ऐसा ही एक रहस्य है। भगवान श्री कृष्ण और कलियुग के शुरू होने के कनेक्शन। आप में से काफी लोग ये बात नहीं जानते होंगे इसी के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

krishna 1 श्री कृष्ण के बैकुण्ठ लौटने के बाद अचानक क्यों शुरू हुआ कलियुग?
शास्त्रों में चार युगों का वर्णन है। सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग और कलियुग। इनमें से कलियुग अभी चल रहा है। द्वापर युग में महाभारत युद्ध खत्म होने के बाद भगवान श्रीकृष्ण भी अपनी द्वारिका वापस आ गए थे। फिर कुछ समय तक वो द्वारिका में रहे और फिर श्रीकृष्ण वैकुंठ चले गए जो उनका धाम है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि श्री कृष्ण के जाने के बाद अर्जुन को कई लड़ाइयों में हार का सामना करना पड़ा था। जिसके कारण पांडवों ने अभिमन्यु और उत्तरा के पुत्र परिक्षित को उत्तराधिकारी बना दिया। इसके बाद पांडव हिमाल यात्रा पर निकल गए थे। जहां पर सभी पांडवों और द्रौपदी का अंत हो गया था. एस यात्रा में एकमात्र युधिष्ठिर ही स्वर्ग पहुंचे थे।

जब श्रीकृष्ण चले गए थे तब धरती पर कलियुग का आगमन हो गया था। लेकिन राजा परिक्षित ने इन्हें युद्ध में परास्त कर दिया। लेकिन कलियुग ने धरती पर स्थान पाने के लिए प्रार्थना की। इस पर राजा परिक्षित ने कलियुग को जुआ, हिंसा, व्यभिचार और मदिरा वाला स्थान दिया।
कलियुग ने फिर एक स्थान मांगा। इस पर परिक्षित ने कलियुग को सोने में रहने का स्थान दे दिया। कहा जाता है कि जो लोग उपरोक्त सभी चीजों जुआ, हिंसा, व्यभिचार, मदिरा और सोने का त्याग करते हैं उन पर कलियुग हावी नहीं होता है। कहा जाता है कि कलियुग की एक और महिमा है। शुभ फल की प्राप्ति के लिए इस युग में केवल भगवान का नाम याद करना और जपना ही एकमात्र उपाय है। दान करना भी कलियुग में श्रेष्ठ माना गया है।

कलियुग में श्रीमद् भगवद गीता का भी बहुत महत्व है। भगवान श्रीकृष्ण ने जाते हुए कहा था कि इस धरा पर मैं इस भागवत के स्वरूप में निवास करूंगा। अगर कोई व्यक्ति श्रीमद् भागवत का पाठ करता है और उसके उपदेशों का विधिवत पालन करता है तो सभी परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है।

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श्रीमद्भागवत के अनुसार, कलयुग में भगवान विष्णु कल्कि रूप में अवतार लेंगे। भगवान विष्णु का ये अवतार कलयुग के नाश के लिये लिया जाएगा।

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