नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में बीते 10 साल में जनसंख्या के अनुपात में वोटरों की तादाद में कथित तौर पर बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है। कांग्रेस ने इसमें गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है। राज्य में कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्षज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पर आपत्ति जताई है। वहीं, मामला सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने कहा कि वह जांच कराएगा। इसके लिए आयोग 4 जगहों पर अपनी टीम भेजेगा। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा था कि वह चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेंगे।
एक वोटर का नाम 26 लिस्ट में
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिंधिया ने यहां कहा कि यह भाजपा का किया धरा है। यह कैसे मुमकिन है कि पिछले 10 साल में राज्य (मध्यप्रदेश) की जनसंख्या 10% बढ़ी, लेकिन वोटरों की तादाद में 40% का इजाफा हो गया। हमने हर एक विधानसभा क्षेत्र में पड़ताल की तो पाया कि एक वोटर का नाम 26 लिस्टों में है। ऐसा दूसरी जगहों पर भी हुआ है।
हम चुनाव आयोग को सबूत देंगे
वहीं, कमलनाथ ने कहा, “हम चुनाव आयोग को सबूत देंगे कि राज्य में 60 लाख फर्जी वोटर हैं। ये नाम जानबूझकर लिस्ट में शामिल किए गए हैं। यह प्रशासनिक लापरवाही नहीं, प्रशासनिक दुरुपयोग है।
मतदाता सूची में गड़बड़ियों की जांच के आदेश
उधर, चुनाव आयोग ने भोपाल और नर्मदापुरम (होशंगाबाद) संभाग के लिए आयोग की टीम बनाकर मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों की जांच का आदेश दिया है। इसकी अंतिम रिपोर्ट 7 जून को पेश की जाएगी। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि यह आदेश कांग्रेस की शिकायत पर है या किसी अन्य मामले में। चुनाव आयोग ने बताया कि नरेला, होशंगाबाद, भोजपुर और सिवनी (मालवा) में अपनी टीमें जांच के लिए भेजी जाएंगी।
राज्य में इसी साल होने हैं चुनाव
बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए इस साल के आखिरी तक चुनाव होना है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी चुनाव होंगे। अभी मध्य प्रदेश में 167 सीटों के साथ भाजपा सत्ता में है। दिसंबर 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस 57, बसपा 4 सीटों पर जीती थी। दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार चुने गए थे।