मध्य प्रदेश। जहां किसान अपनी परिस्थितीयों की वजह से परेशान है वही दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियां इस पर भी राजनीति कर रही है। किसान प्रदर्शन के दौरान पांच किसानों की मृत्यू हो गई थी। किसानों के परिजनों से मिलने के लिए जा रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वही राज्य सरकार ने कहा की किसानों की मौत पर कांग्रेस को राजनीति नही करनी चाहिए। सिंधिया तब मंदसौर जा रहे हैं जबकि वहां कि सरकार ने मंदसौर में धारा 144 लगा रखी है।
मंदसौर मे अभी कुछ दिनों पहले किसानो द्वारा कर्ज माफी के लिए एक आंदोलन किया था। जिसमें पुलिस द्वरा चलाई गोली से पांच किसानो की मृत्यू हो गई थी। तभी से कांग्रेस ने शिवराज चौहान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसमे कांग्रेस के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 14 जून से 72 घंटे के लिए सत्याग्रह पर बैठने वाले है। और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की जिन्होने किसानों के पर गोलियां चलाने के आदेश दिए उसके उपर सरकार कार्रवाई क्यो नही कर रही है। सरकार ने किसानों के उपर जानबूझकर गोलियां चलवायी है। वही ज्योतिराज सिंधिया को पुलिस ने जावरा से गिरफ्तार किया और पुलिस वैन के उपर बैठकर रतलाम पुलिस चौकी के लिए रवाना हुए। कुछ ही देर के बाद पुलिस ने उनको रिहा भी कर दिया।
दुलीचंद मध्यप्रदेश के चौहान जिले के रहने वाले है जिन्होने बैंक के कर्ज को ना चुका पाने की वजह से जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दुलीचंद के ऊपर 6 लाख से ज्यादा का कर्ज था। लेकिन डाक्टरों ने इसे जहर कि वजह से मृत्यू को इनकार कर दिया है। और तीन दिन पहले किशन सिंह मीणा ने खुदकुशी की थी ।