गाजियाबादः दिल्ली से सटे गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर में अज्ञात हमलावरों ने रात में सो रहे एक साधु पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमला करने के बाद साधु मौके से फरार हो गया। बताया जा रहा है कि घायल साधु बिहार का रहने वाला है। किसी काम से वह गाजियाबाद आया था।
बिहार के समस्तीपुर से आए नरेखानंद जी डासना मंदिर में रुके थे। बताया जा रह है, आज रात लगभग 3:30 बजे एक व्यक्ति ने उन पर चाकू से कई वार किए। अभी उनकी स्थिति ठीक है, अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इलाज चल रहा है। जांच की जा रही है: इराज राजा, SP गाजियाबाद ग्रामीण, उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/R9TMajUS5i
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 10, 2021
दरअसल, बिहार के रहने वाले 58 वर्षीय स्वामी नरेश आनंद सरस्वती शिव शक्ति धाम मंदिर डासना में यति नरसिंहनंमद सरस्वती के विश्राम गृह के पास अतिथि आवास के बरामदे में पड़े तख्त पर सो रहे थे। तभी अज्ञात हमलावर ने मंदिर की दिवाल कूदकर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
अपराधियों ने भगवा वस्त्र के कारण शायद उन्हें यति नरसिंहानंद समझ कर हमला किया है। स्वामी जी गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती हैं। उनके जीवन को बचने के लिए हम सब प्रार्थना करें और उप्र पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई करे। #sandeepdeo @myogiadityanath @myogioffice @Uppolice
— संदीप देव #SandeepDeo (@sdeo76) August 10, 2021
युवक के हमला करते हुए स्वामी नरेश ने शोर मचाना शुरु कर दिया। जिसके बाद नरसिंहनंद सरस्वती उनके पास पहुंचे, तब तक हमालवर भाग चुका था। घायल अवस्था में उन्हें यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गाजियाबाद अपडेट –
पुलिस को डासना देवी मंदिर से दो पेपर कटर मिले हैं। संभवतः इन्ही से साधु पर हमला हुआ। मंदिर परिसर के CCTV बंद मिले हैं। मंदिर गेट पर 24 घंटे तैनात रहने वाली पुलिस पिकेट को 15 मिनट बाद इस हमले की सूचना अंदर से दी गई। #Ghaziabad #Up pic.twitter.com/u07GUKFoGM— Sachin Gupta | सचिन गुप्ता (@sachingupta787) August 10, 2021
वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस हमलावरों की तलाश के लिए मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस नरेशानंद पर हमला करने वाले को जल्द से जल्द पकड़ने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि डासना का यह देवी मंदिर और इसके महंत यति नरसिम्हानंद सरस्वती अपनी बेबाक बयानबाजी की वजह से अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। वहीं, कड़ी सुरक्षा के बीच संत पर हुए हमले की घटना ने मंदिर की सुरक्षा-व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। यह मंदिर इसी साल मार्च में उस वक्त चर्चा में आ गया था जब यहां दूसरे समुदाय के एक नाबालिग बच्चे की पिटाई कर दी गई थी।