उत्तराखंड राज्य

एम्स एमबीबीएस परीक्षा में शामिल होना इस बार पड़ेगा ‘भारी’

AIIMS

देहरादून। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले युवाओं पर भी इस बार महंगाई की मार पड़ी है। एम्स ने आवेदन शुल्क में पचास प्रतिशत की वृद्धि कर दी है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार उम्मीदवारों को कई ज्यादा शुल्क चुकाना होगा। एम्स में एमबीबीएस के दाखिले के लिए 26 और 27 मई को प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जिसके जरिए अभ्यर्थियों को नई दिल्ली के अलावा पटना, भोपाल, जोधपुर, भुवनेश्वर, ऋषिकेश, रायपुर, गुंटूर और नागपुर एम्स में दाखिला मिलेगा। आवेदन प्रक्रिया एक माह यानी 5 मार्च तक चलेगी।

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बता दें कि फीस का भुगतान केवल डेबिट, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन किया जा सकता है। गत वर्ष सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए शुल्क एक हजार व एससी-एसटी के लिए 800 रुपये था। इस बार सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग को डेढ़ हजार रुपये शुल्क चुकाना होगा। जबकि एससी-एसटी के लिए शुल्क 1200 रुपये होगा। दिव्यांग छात्रों को कोई शुल्क नहीं देना होगा। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र ‘पहले आओ पहले पाओ’ की तर्ज पर एलॉट किए जाएंगे। आवेदक अपनी पसंद का शहर चुन सकता है लेकिन यह सुविधा उसे फीस जमा कराने के बाद ही मिलेगी। परीक्षा केंद्र के तौर पर किसी शहर को चुनने के लिए उम्मीदवारों को पहले उस राज्य का चयन करना होगा जहां ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित टेस्ट, सीबीटी का आयोजन किया जाएगा।

वहीं राज्य चुनने के बाद शहर के विकल्प ड्रॉप-डाउन मेन्यू में उपलब्ध होंगे। अभ्यर्थी द्वारा चयन के तुरंत बाद इसे उन्हें आवंटित कर दिया जाएगा। सेंटर कन्फर्म होने के बाद इसमें बदलाव नहीं होगा। आवेदन के वक्त अभ्यर्थियों को उनकी तस्वीर, हस्ताक्षर/ अंगूठे की छाप की स्कैन प्रति अपलोड करनी है। इस बावत विस्तृत दिशा निर्देश वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। आवेदन करने से पहले महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश ध्यानपूर्वक पढ़ लें। बलूनी क्लासेज के निदेशक विपिन बलूनी ने बताया कि किसी भी उम्मीदवार द्वारा परीक्षा केंद्र कन्फर्म करने के बाद इसमें बदलाव नहीं किया जा सकेगा।

साथ ही ऐसे में केंद्र के चयन को लेकर उम्मीदवार सावधानी बरतें। इसे लेकर आवेदक दिए गए निर्देश ध्यान पूर्वक पढ़ लें। एम्स में दाखिले के विकल्प इस बार बढ़ गए हैं। इस बार 100 सीटें बढ़ गई हैं। महाराष्ट्र व आंध्रप्रदेश में 2 नए एम्स खुले हैं। जिनमें गुंटूर और नागपुर में 50-50 सीट पर प्रवेश दिया जाएगा। इन पचास सीट में 25 अनारक्षित, 15 अनूसूचित जाति, आठ अनूसूचित जनजाति व 13 अन्य पिछड़ा वर्ग की है। इनमें दिव्यांग के लिए वर्गवार पांच प्रतिशत आरक्षण है।

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