अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने 1.2 ट्रिलियन डॉलर के बुनियादी ढांचा विधेयक को मंजूरी दी है। इस बिल को अमेरिका सरकार के लिए बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। व्हाइट हाउस में बिल पर हस्ताक्षर करने के समारोह में डेमोक्रेट्स ने दोनों दलों के सांसदों से कहा कि आज आखिरकार ये सपना पूरा हो ही गया और हम ये करने में कामयाब हो ही गए।
बता दें कि बिल को इसी महीने वर्जीनिया में चुनाव हारने का कारण बताया जा रहा था। जिससे बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी में मतभेद हो गया था। मतभेद के चलते बाइडन की पार्टी की कई तरह की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बिल पर साइन करने से पहले से अपने भाषण में कहा कि अमेरिका के लोगों के लिए मैं कहना चाहता हूं की अमेरिका फिर आगे बढ़ रहा है और ऐसे ही आगे बढ़ता रहेगी। बिल को पीढ़ी में एक बार खर्च करने के तौर पर पेश किया गया।
वहीं संसद ने इसमें अगले आठ सालों में हाइवे, सड़कों, पुलों को अपग्रेड करने, यात्री रेल नेटवर्क और सिटी ट्रांजिट सिस्टम को आधुनिक बनाने में 550 अरब डॉलर खर्च करने का वादा किया है। स्वच्छ पेय जल, तेज़ गति इंटरनेट और इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग पॉइंट के एक राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के लिए इसमें अलग से प्रावधान है। इसे अमेरिकी बुनियादी ढांचे में अब तक का सबसे बड़ा खर्च बताया जा रहा है।
इसमें कई मदों से खर्च किए जाएंगे जिसमें कोविड महामारी के दौरान नहीं खर्च किए जा सके आपातकालीन राहत कोष, क्रिप्टोकरेंसी पर नया टैक्स और अन्य छोटे स्रोत शामिल हैं। अमेरिकी संसद में बड़े पैमाने पर ख़र्च का एक और बिल विचाराधीन है।
डेमोक्रैट्स को बुनियादी ढांचा विधेयक के साथ ही ‘बिल्ड बैक बेटर बिल’ के नाम से इस दूसरे विधेयक के भी पारित होने की उम्मीदें थी, लेकिन संसद में उसे यह कहते हुए प्रतिरोध का सामना करना पड़ा कि संसद का बजट ऑफिस (सीबीओ) पहले यह अनुमान लगाया जाए कि इससे देश पर क़र्ज़ कितना बढ़ेगा।
इस महीने की शुरुआत में बाइडन ने वर्जीनियाई गवर्नर के चुनाव में डेमोक्रेट्स के ख़िलाफ़ आया नतीजा उनके राष्ट्रपति पद पर आया फ़ैसला मानने से इनकार किया था। हालांकि उन्होंने ये स्वीकार किया था कि अगर चुनाव से पहले संसद बुनियादी ढांचों पर खर्च करने वाला ये विधेयक पास हो जाता तो मददगार होता।