नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय एक बार फिर से विवादों के घेरे में है लेकिन इस बार वजह देशविरोधी नारे नहीं बल्कि एक छात्र की आत्महत्या का मामला है। बताया जा रहा है कि जेएनयू के एमफिल में पढ़ने वाले छात्र ने खुदकुशी कर ली है हालांकि उसके पास से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।
दरअसल इस विश्वविद्यालय के पास बने झेलम हॉस्टल में एमफइल रिसर्च का छात्र रजनी कृष मुनीरका विहार में अपने दोस्त के मकान में आत्महत्या कर ली। उसके दोस्तों का कहना है कृष और सात से आठ लड़के एक फ्लैट में इकट्ठा हुए थे। लेकिन कृष सुबह से ही काफी परेशान दिखाई दे रहा था और होली खेलने के बाद वो अपने दोस्त के फ्लैट में आया। कुछ देर बाद उसने अपने दोस्तों को सोने के लिए बोला और अंदर वाले कमरे में चला गया।
करीबन 2 बजे जब दोस्तों ने खाना खाने के लिए उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई जवाब नहीम मिला। दोस्तों को लगा कि वो सो रहा है। कुछ देर बाद दोस्तों ने दोबारा उसे जगाने की कोशिश की लेकिन फिर भी कोई आवाज नहीं आई तो दरवाजे में बनी दरार से उन्होंने अंदर झांक कर देखा तो उसका शव पंखे से लटका मिला था। फिलहाल उसके शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं पुलिस का कहना है कि वो किसी निजी परेशानी की वजह से तनाव में था जबकि उसके दोस्तों ने उसका फेसबुक पोस्ट साझा किया है जिसमें वो एमफिल और पीएचडी दाखिले में कथित भेदभाव का आरोप लगाया था।
हालांकि इस छात्र की मौत कई अहम सवाल खड़े करती है लेकिन पुलिस को पहली नजर में ये एक सामान्य मामला लग रहा है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। जानकारी के मुताबिक ये छात्र रोहित वेमुला इंसाफ दिलाने की मुहिम में भी शामिल था।