नई दिल्ली। देश विरोधी जैसे नारों से गूंज उठा जेएनयू एक बार फिर से विवादों के घेरे में है। सुकमा नक्सली हमले में शहीद जवानों को श्रंद्धाजलि देने के लिए एक प्रोफेसर ने सभा का आयोजन किया था जिसका हरजाना उन्हें घर और कार पर पथराव के रुप में भुगतना पड़ा।
प्रोफेसर डॉ. बुद्धा सिंह ने इस बात की वसंत कुंज थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रोफेसर का दावा है कि सुकमा और कुपवाड़ा के शहीदों की याद में उन्होंने जो कार्यक्रम आयोजित किया था, उसी के विरोध में उनकी कार पर पत्थर फेंककर हमला किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर पर अपनी कार की तस्वीर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा, रात को उनके घर पर पत्थरबाजी की गई जिसमें उनकी गाड़ी को नुकसान पहुंचा है। ऐसा केवल इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने सुकमा हमले के शहीदों के लिए शोक सभा आयोजित की थी।
My Car vandalized & Stone pelted @home @midnight as a reward of Organizing condolence meet @JNU 4 Sukma & Kupwara Martyrs.Huge mass gathered pic.twitter.com/xhX51iLq3V
— Dr.Buddha Singh (@BuddhaSinghJNU) April 29, 2017
बता दें कि सुकमा में करीबन 300 नक्सलियों के समूह ने सेना पर हमला किया था जिसमें 25 जवान शहीद हुए थे। इस घटना के बाद देश भर में कई जगह शहीदों की शहादत को सलाम करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है और ऐसा ही एक कार्यक्रम जेएनयू के प्रोफेसर ने भी रखा। हालांकि जेएनयू में इस तरह की वारदात कोई नई बात नहीं है वहां पर आए दिन इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती है जोकि उसकी प्रतिष्ठा पर बट्टा लगाती है।
(शिप्रा सक्सेना)