अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। बीजेपी के सांसद सतीश गौतम ने कहा कि वो विश्वविद्यालय से जिन्ना की तस्वीर हटाकर रहेंगे। वहीं दूसरी तरफ हिंदू छात्र नेताओं ने अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए जिन्ना की फोटो को शौचालय में लगा दिया है। दूसरी तरफ सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने रात 12 बजे तक के लिए शहर में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है।
बीजेपी सांसद सतीश गौतम का कहना है कि विश्वविद्यालय से तस्वीर तो हटकर रहेगी। उन्होंने कहा कि साल 1938 में तस्वीर लगी थी तो उसके बाद जिन्ना ने बंटवारा करवाया तब साल 1947 में तस्वीर क्यों नहीं हटाई गई? दूसरी तरफ हिंदू छात्रों ने एक कॉलेज के शौचालय में जिन्ना की फोटो लगाकर अपना विरोध दर्ज करवाया। छात्र नेताओं का कहना है कि जिन्ना का स्थान शौचालय ही है। एक हिंदू छात्र ने कहा कि जिन्ना के समर्थन करने वाले पाकिस्तान जाएं वरना कब्रिस्तान भेज देंगे।
बता दें कि प्रदर्शन कर रहे हिंदू छात्रों ने विश्वविद्यालय से दूर जिन्ना का पुतला भी फूंका और नारा दिया कि जिन्ना के समर्थक पाकिस्तान जाओ। विवाद बढ़ता देख मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा है कि हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। जो भी सुरक्षा से खिलवाड़ करेगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ एएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे विश्वविद्यालय परिसर में बुधवार को हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं की तरफ से अराजकता फैलाये जाने के घटनाक्रम की फौरन उच्च स्तरीय जांच कराने की गुजारिश की है।
गौरतलब है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि जिन्ना का सम्मान नहीं किया जा सकता। दरअसल यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर को लेकर अलीगढ़ के बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर तारिक मंसूर को एक पत्र लिखा था। पत्र में बीजेपी सांसद ने उनसे पूछा था कि एएमयू में जिन्ना की तस्वीर लगाने की क्या मजबूरी बनी हुई है? वर्तमान में पकिस्तान की तरफ से गैर जरूरी हरकतें लगातार जारी हैं, ऐसे में जिन्ना की तस्वीर को यूनिवर्सिटी में लगाए रखना कितना तार्किक है? इसी सवाल पर ये बवाल उठा हुआ है।