नाइजर। आए दिन देश से लेकर विदेशों तक अपराधिक घटनाओं की खबर सुनने को मिल ही जाती है। आज के समय में ये आपराधिक घटनाएं दिन दोगुनी और रात चौगुनी बढ़ रही हैं। रोज हमलों की खबर कहीं न कहीं से सुनने को मिल ही जाती है। इन हमलों का शिकार आम जनता होती है। वहीं इन हमलों का मतलब जनता में दहशत फैलाना होता है। ऐसा ही कुछ नाइजर में बीते शनिवार की रात हुआ, जहां नाइजर के दक्षिण-पूर्व में जिहादी संगठन बोको हराम के हमले में कम से कम 28 लोगों के मारे जाने की खबर है। जानकारी के मुताबिक हमला शनिवार रात शुरू हुआ और रविवार तक चला। नाइजर की सरकार ने सोमवार को बताया कि हमलावरों ने टाउमोर के बाजार और घरों में आग लगा दी और फिर भागने की कोशिश करने वाले हर शख्स पर गोली चलाने लगे।
गवर्नर इस्सा लेमाइन ने किया घटनास्थल का दौरा-
बता दें कि आतंकी संगठनों द्वारा आए दिन किसी न किसी देश को अपना निशाना बनाया जाता है। जिसमें बहुत लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ता है। इसी बीच नाइजर के दक्षिण-पूर्व में जिहादी संगठन बोको हराम के हमले में कम से कम 28 लोगों के मारे जाने की खबर है। डिफ्फा के गवर्नर इस्सा लेमाइन ने घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि सैकड़ों घर नष्ट हो गए और कई लोगों की जान गई है। उन्होंने कहा कि लोग परेशान हैं, झाड़ियों और आसपास के गांवों में छुपे हैं। इस हमले से आहत नाइजर की सरकार ने 72 घंटे के शोक की घोषणा की है।
संयुक्त राष्ट्र ने हमले की कड़ी निंदा की-
इन हमलों में आम लोगों को ही अपनी जान गवांनी पड़ती है। वहीं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। न्यूयॉर्क में उनके प्रवक्ता की ओर से जारी बयान के अनुसार, गुतारेस ने इस जघन्य हमले पर खेद जताया, जिसने डिफ्फा क्षेत्र में नगरपालिका और क्षेत्रीय चुनाव की शांतिपूर्ण प्रक्रिया को बाधित कर दिया। बता दें कि नाइजर में रविवार को 220 से अधिक नगर पालिकाओं में स्थानीय चुनाव हुए थे।