झारखंड विधानसभा में सोरेन सरकार ने विश्वासमत हासिल किया है। सरकार के पक्ष में 48 वोट पड़े। इस दौरान भाजपा ने वॉक आउट किया। विश्वासमत पर वोटिंग को बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।
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बता दें कि हेमंत सोरेन ने आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। विश्वास मत से पहले सीएम हेमंत सोरेन यूपीए विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचे। उसके वाद वोटिंग हुई। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विश्वास मत हासिल करने के लिए विशेष सत्र बुलाना समझ से परे है। उन्होंने कहा कि पार्टी लाभ के पद के मुद्दे पर सोरेन का इस्तीफा मांगेगी।
Jharkhand CM Hemant Soren wins trust vote in the Assembly
(Source: Jharkhand Assembly) pic.twitter.com/eECjYxfodq
— ANI (@ANI) September 5, 2022
झारखंड में सत्तारूढ़ यूपीए गठबंधन के करीब 30 विधायक सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने के लिए रायपुर से रविवार दोपहर को रांची वापस आए थे। ये विधायक 30 अगस्त से रायपुर के पास एक रिसॉर्ट में डेरा डाले हुए थे। हेमंत सोरेन सरकार को 49 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। 81 सदस्यीय सदन में वर्तमान में सबसे बड़ी पार्टी झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक विधायक हैं, जबकि मुख्य विपक्षी दल भाजपा के 26 विधायक हैं। इस बीच सोरेन की विधायकी जाने के बीच सुगबुगाहट तेज हो गई थी।
बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन इन दिनों लाभ के पद के आरोपों से घिरे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक पत्थर खनन पट्टा अपने नाम आवंटित कर लिया था। चुनाव आयोग ने उन्हें इस आरोप का दोषी माना है और राज्यपाल रमेश बैस से उनकी विधायक के रूप में सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है। राज्यपाल ने अभी तक इस बारे में आदेश की आधिकारिक सूचना जारी नहीं की है।