रांची। झारखंड में पहली बार दलगत आधार पर हुए झारखंड निकाय चुनावों भारतीय जनता पार्टी ने भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की है। बीजेपी ने 34 निकयों में से 21 पर जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। साथ ही पार्टी ने पांचों नगर निगमों में भी अपना परचम लहराया है। प्रदेश के पांचों नगर निगम रांची, हजारीबाग, गिरिडीह, आदित्यपुर और मेदिनीनगर में बीजेपी ने अपने विरोधियों को धूल चटाते हुए भारी बहुमत से जीत दर्ज की है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के गढ़ में पार्टी का प्रद्रशर्न निराशाजनक रहा।
गिलुवा के गढ़ में जहां विरोधी दलों ने परिणामों को बीजेपी के खिलाफ जनादेश बताया तो वही सत्ता दल ने कहा कि विपक्ष की हवा निकल गई है। अकेले बीजेपी को 34 में से 21 निकायों में जीत हासिल हुई है। जबकि बीजेपी की सहयोगी पार्टी आजसू के खाते में 2 सीटें गई हैं। वहीं, कांग्रेस ने 2 निकायों पर कब्जा जमाया है। जबकि जेएमएम ने 3, निर्दलीय प्रत्याशी 2 और झामुमो व आरजेडी ने एक-एक सीट पर कब्जा जमाया है।
रांची की मेयर आशा लकड़ा ने चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद कहा कि उनके रहते रांची के लोगों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा। इसके अलावा उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं भी गिनाई। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। चुनाव परिणामों की बात करें तो शुरुआती चरणों में झारखंड मुक्ति मोर्चा की वर्षा गाड़ी बीजेपी की आशा लकड़ा से आगे चल रही थी।
लेकिन बाद में ईवीएम से आशा लकड़ा के पक्ष में वोट निकलने शुरू हो गए और जोनों प्रत्याशियों के मतों का अंतर लगातार तेजी से बढ़ने लगा और अंत में आशा झामूमो की वर्षा से 38 से ज्यादा मतों के अंतर से जीत गई। आशा को 1,49,623 वोट मिले तो वहीं वर्षा को 1,10,007 वोट मिले। रांची में कुल तीन लाख 35 हजार 718 मत पड़े थे, जिनमें से 11,517 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया।