वॉशिंगटन। येरूशलम को इजराइल को सौंपे जाने के ट्रंप के फैसले का हर जगह विरोध हो रहा है। इस मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र में वोटिंग की जाएगी, लेकिन इससे पहले ही अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशो को धमकी देते हुए कहा कि जो देश उसके फैसले के खिलाफ मतदान करेगा तो अमेरिका उसकी आर्थिक मदद रोक देगा। ट्रंप ने कहा कि ये हमसे अरबों डॉलर की मदद लेते हैं और हमारे ही खिलाफ मतदान करते हैं। उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं, इन्हें करने दो हमारे खिलाफ मतदान, हमे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
ट्रंप का ये बयान संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली के ट्वीट के बाद आया है। निकी हेली ने ट्वीट कर कहा था कि अमेरिका उन देशों के नाम लेगा, जो संयुक्त राष्ट्र महासभा में हमारे फैसले की आलोचना कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महसभा ने येरूशलम मुद्दे पर चर्चा के लिए आपात बैठक होने जा रही है। इससे पहले इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव पेश हुआ था, जिस पर अमेरिका ने वीटो कर दिया था। सुरक्षा परिषद के सभी 14 सदस्यों ने इस मसौदे के पक्ष में वोट किया था लेकिन अमेरिका ने वीटो कर दिया था।