राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीति गरमाती ही जा रही है,मंगलवार को जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा है की जदयू का जब बीजेपी से गठबंधन था तो उनकी पार्टी बहुत सहज थी। त्यागी ने कहा की हम पांच साल बिहार गठबंधन चलाला चाहते थे लेकिन हम ऐसे ब्यान बर्दाश्त नहीं करेंगे,किसी भी पार्टी के आला नेता के खिलफ ऐसा बयान देना सही नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस और उसकी कार्यशैली पर जमकर हमला किया और कहा ‘कांग्रेस गांधी और नेहरु का सपना पूरा नहीं कर सकी,हम यूपीए में नहीं और एनडीए से बाहर है,हमको दूसरी पार्टियां सुझाव ना दें। आपको बता दें की जेडीयू ने राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने का फैसला किया,इस पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को कहा था की बिहार की बेटी की हार पर सबसे पहला निर्णय नीतीश कुमार ने लिया था, आजाद ने कहा की जो लोग एक सिद्धांत में विश्वास करते हैं, वो एक फैसला लेते हैं,और जो लोग कई सिद्धांतों में विश्वास करते हैं, वो अलग-अलग फैसले ही लेते हैं।
जदयू नेता ने एक बार फिर दोहराया कि कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को ही समर्थन देगी,उन्होंने कहा, ‘कोविंद को समर्थन देने पर जदयू अडिग है। जिस दिन रामनाथ कोविंद की घोषणा हुई उनके पास 60 प्रतिशत बहुमत था, जब मीरा कुमार के नाम का ऐलान हुआ उनके पास 40 प्रतिशत से कम वोट ही थे, किसने हारने के लिए बिहार की बेटी को खड़ा किया। बिहार में जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस का महागठबंधन टूटने की कगार पर है, राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार द्वारा राजग कैंडिडेट रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के बाद यह दरार बढ़ने लगी थी।