नई दिल्ली। बिहार में 20 महीने के महागठबंधन की बलि देकर कर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ दुबारा पारी की शुरूआत कर दी है। अब जल्द ही जेडीयू भाजपा की केन्द्र में मौजूद एनडीए की सरकार में भागेदारी करेगी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जेडीयू को एनडीए गठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया था। जिसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि जल्द ही पार्टी की कार्यकारणी की राष्ट्रीय बैठक 19 तारीख को है। इसके बाद ही इस बात का ऐलान जेडीयू करेगी।
फिलहाल बिहार की सीएम और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन के साथ जाने का फैसला कर लिया है। इस बावत उन्होने एनडीए में शामिल होने की औपचारिक घोषणा कर दी है। इसके साथ ही अब जेडीयू केन्द्र सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार में शामिल हो सकती है। इधर बिहार में महागठबंधन से अलग होने के बाद जेडीयू में भी कई नेता नीतीश कुमार के फैसले से खुश नही थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव और सांसद अली अनवर कई बार विवाद बयान दे चुके थे।
इसके बाद जेडीयू ने कार्रवाई करते हुए अली अनवर को निलंबित कर दिया है।इसके साथ ही राज्यसभा से शरद यादव से पार्टी के नेता का पद ले लिया गया है। जेडीयू के महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि एक या दो लोग जेडीयू को नहीं बांट सकते हैं। शरद यादव पर बोलते हुए उन्होने कहा कि वो पहले ही एक ऐसा रास्ता चुन चुके हैं, जो कि सीधा राजद की ओर जाता है। केसी त्यागी ने ये भी बताया कि आगामी 19 तारीख को पार्टी की पटना में होने वाली बैठक में पार्टी के प्रमुख नीतीश कुमार पार्टी के एनडीए गठबंधन में शामिल होने की घोषणा कर देंगे।