चेन्नई। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। सांस लेने में आ रही दिक्कत के चलते उन्हें देर रात अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान ही उनका देहांत हो गया। जयेंद्र ने कांचीपुरम के प्राइवेट अस्पताल में अंतिम सांस ली। जयेंद्र जी का जन्म 18 जुलाई 1935 में हुआ था और वो कांची मठ के 69वें शंकराचार्य थे। उन्होंने महज 19 साल की उम्र में ही साल 1954 में ये उपाधी संभाल ली थी। दरअसल कांची मठ कई स्कूल, आंखों के अस्पताल चलाता है और इस मठ की स्थापना खुद आदि शंकराचार्य ने की थी।
वहीं शंकाराचार्य जयेंद्र सरस्वती को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए अपना दुख प्रकट किया। पीएम ने ट्वीट कर लिखा कि शंकराचार्य हमेशा हमारे दिल में जिंदा रहेंगे और उन्होंने समाज के लिए काफी काम किया है। इसके अलावा पीएम ने शंकराचार्य के साथ अपनी तस्वीरे भी साझा की। प्रधानमंत्री के अलावा कई अन्य नेताओं ने भी शंकराचार्य के निधन पर दुख जताया है। बीजेपी नेता राम माधव ने ट्विटर पर लिखा कि जयेंद्र सरस्वती सुधारवादी संत थे, उन्होंने समाज के लिए काफी काम किए । बता दें कि 2004 में हुई कांचीपुरम मंदिर के मैनेजर की हत्या के मामले में जयेंद्र सरस्वती का नाम आया था, लेकिन 2013 में उन्हें बरी कर दिया गया था। इस मामले में 2004 में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था, उन्हें करीब 2 महीने न्यायिक हिरासत में रखा गया था।