चेन्नई। जयललिता ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के तौर पर छठी बार शपथ ग्रहण कर ली है। उन्होंने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। सूबे के इतिहास में 32 साल बाद ऐसा हुआ कि किसी पार्टी ने लगातार दूसरी बार सत्ता पाई हो। साल 1984 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब तमिलनाडु में एक ही पार्टी की सरकार लगातार दूसरा कार्यकाल शुरू करने जा रही है।
जयललिता के साथ 28 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की है। जयललिता के लिए चेन्नई सभागार का विशेष महत्व है क्योंकि उन्होंने पहली बार 24 जून 1991 को यहीं मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। शपथग्रहण समारोह में केंद्र का प्रतिनिधित्व केंद्रीय मंत्री वैंकैया नायडू कर रहे हैं वहीं विपक्ष से स्टालिन पहुंचे हैं।
जयललिता की कैबिनेट में कुल 15 मंत्री ग्रेजुएट हैं, इनमें से 12 मौजूदा कैबिनेट से ही चुने गए हैं, जिनमें से सात को वही मंत्रालय सौंपे गए हैं। कैबिनेट में 13 नए चेहरे होंगे। जयललिता को मिलाकर कुल चार महिलाएं शामिल हैं. कैबिनेट में तीन डॉक्टर और तीन वकील भी शामिल हैं।
बता दें कि अपनी शानदार जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए जयललिता ने अपने पोज गार्डन आवास में पत्रकारों से कहा था कि उनके ऊपर तमिलनाडु की जनता का कर्ज है और वह अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए काम करेंगी।