पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के ने जाट समेत 6 जातियों की आरक्षण की मांग पर फिलहाल रोक लगा रखी है। लेकिन कोर्ट के फैसले के बाद जाट नेताओं में खासा रोष देखा जा रहा है। जाट नेताओं का कहना है कि जाटों समाज को कोर्ट से काफी उम्मीद थी लेकिन उनकी उम्मीद कोर्ट ने तोड़ दी है। वही अब इस मामले में प्रदेश सरकार से बात की जाएगी। हाईकोर्ट के फैसले में यह रोक 31 मार्च 2018 तक जारी रहेगी।
हरियाणा सरकार द्वारा जाटों समेत 6 जातियों को 10 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया था लेकिन इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। माना जा रहा है कि आरक्षण की मांग पर रोक लगाने की आशंका जाट नेता पहले से ही लगा रहे थे, जिसके बाद अब जाट नेता तीन सितंबर को हरियाणा के झज्जर में रैली करने वाले हैं।
कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा के झज्जर में होने वाली रैली में हिंसा की भी आशंका जताई जा रही है। आपको बता दें कि हरियाणा सरकार ने जाट के साथ बिश्नोई, त्यागी, जाट सिख, मुस्लिम जाट-मुल्ला जाट को आरक्षण देने के लिए शेड्यूल तीन जारी किया गया था। वही कोर्ट में हरियाणा जाटों समेत अन्य जातियों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने पर सुनवाई की जा रही थी। जिसके बाद डिवीजन बेंच ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।