नई दिल्ली। हरियाणा में एक बार फिर से जाट समुदाय आरक्षण की मांग को लेकर अपना उग्र रूप दिखाने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए तैयार है। रविवार को जाट समुदाय के लोगों ने आंदोलन का आह्वान किया है। जाटों द्वारा आंदोलन का आह्वान करते ही प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए हैं।
शनिवार को हरियाणा के गृह सचिव रामनिवास ने बताया था कि आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार से अर्धसैनिक बलों की 55 कंपनियां मांगी थी, जिनमें से 37 कंपनियां हरियाणा को मिल गई हैं और बाकी फोर्स भी जल्द मिलने की उम्मीद है। साथ ही राज्य में जगह-जगह पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग की जा रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन धरनों के लिए सशर्त मंजूरी दे रहा है, लेकिन अगर किसी भी तरह की हिंसा होती है, तो उसके लिए आयोजक पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे। नुकसान की स्थिति में उनकी प्रॉपर्टी से ही नुकसान की पूर्ति की जाएगी। आंदोलन के मद्देनजर प्रदेश के तमाम जिलों में धारा-144 लागू कर दी गई हैं।
कुरूक्षेत्र में शनिवार को प्रस्तावित जाट आंदोलन को देखते हुए पुलिस अधिक्षक के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च में उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कृष्ण कुमार व सभी थाना प्रभारियों सहित में 300 पुलिस व गृह रक्षी विभाग के जवान वाहनों में सवार होकर उनके साथ चले।
पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र अभिषेक गर्ग ने बताया कि जिला में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये व जनता में विश्वास दिलाने के लिए यह मार्च निकाला गया। मार्च में 300 पुलिस व गृह रक्षी विभाग के जवान दर्जनों वाहनों में सवार होकर निकले। पुलिस लाइन से निकला फ्लैग मार्च पिपली, लाडवा, जैनपुर जाटान, बाबैन, शाहाबाद ईस्माइलाबाद, पेहवा व थर्डगेट से होते हुये वापस पुलिस लाइन पहुंचा।
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