चंडीगढ़। हरियाणा में आरक्षण सहित छह मांगों को लेकर धरना दे रहे जाट समुदाय के लोग रविवार को काला दिवस मनायेंगे। जिसकी तैयारियां काफी दिनों से आंदोलनकारी कर रहे हैं। सरकार के प्रति अपनी नाराजगी दिखाने के लिए महिलाएं काली चुनरी तथा पुरुष काली पगड़ी व टोपी धारण करेंगे। यही नहीं सभी धरना स्थलों पर आंदोलनकारियों की मंशा ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन भी करने की है।
दूसरी तरफ आंदोलनकारियों द्वारा काला दिवस मनाने को लेकर प्रशासन भी काली अर्लट है। प्रदेश में एक तरह से हाई अर्लट है। कई राजमार्गों पर यातायात को आंशिक रूप से परिवर्तित किया गया है। संवेदनशील जिलों में अफवाहों पर विराम लगाने के लिए प्रशासन ने इंटरनेट प्रतिबंधित कर दिया है। जिससे की सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की अफवाह न उड़ाई जा सके। यही नहीं शनिवार को अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव रामनिवास ने सभी उपायुक्तों व पुलिस कप्तानों से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बातचीत कर तैयारियों का जायजा लिया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। संवेदनशील जिलों में प्रशासन द्वारा कड़ी सर्तकता बरती जा रही है।
गौरतलब है कि हरियाणा के 19 जिलों में 29 जनवरी से जाट सुमदाय के लोग आरक्षण सहित छह मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। इस गतिरोध को दूर करने के लिए सरकार व आंदोलनकारियों के बीच दो चक्र की वार्ता भी हो चुकी है लेकिन वार्ता में कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है।