लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक तापमान चरम पर है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी में भी सियासी उठा-पटक जारी है। अब जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अचानक दिल्ली बुलाए जाने से नई अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
जम्मू-कश्मीर के गवर्नर मनोज सिन्हा और दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शनिवार को अचानक ही दिल्ली बुला लिए गए। इसी के साथ ही जहां यूपी में राजनीति में नई अटकलों का दौर शुरू हो गया तो वहीं, जम्मू-कश्मीर के प्रशासनिक तंत्र में उच्चस्तरीय फेरबदल और किसी बड़ी राजनीतिक पहल को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
राजभवन ने जारी नहीं किया आधिकारिक बयान
गौरतलब है कि, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन अल्ताफ बुखारी और पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन सहित प्रदेश के कुछ खास सियासी लोग बीते कई दिनों से नई दिल्ली में ही डेरा डाले हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, गवर्नर मनोज सिन्हा कल दोपहर को ही प्रदेश सरकार के विशेष विमान से दिल्ली रवाना हो गए। साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस में महानिदेशक रैंक के दो अधिकारी भी दिल्ली रवाना हुए। हालांकि, राजभवन से उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की दिल्ली यात्रा को लेकर कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने वाले हैं। वह उनके साथ प्रदेश से जुड़े कुछ अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श करने वाले हैं। साथ ही श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा और प्रदेश में राजनीतिक प्रक्रिया की बहाली संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा कर सकते हैं। उधर, मनोज सिन्हा की दिल्ली रवानगी को यूपी की राजनीतिक उठा-पटक से भी जोड़ा जा रहा है।