कश्मीर | जम्मु कश्मीर में फिलहाल राज्यपाल का शासन लगा हुआ है, बी.जे.पी के समर्थन वापस लेने के बाद महबुबा मूफ्ती ने अपनी ईस्तीफा राज्यपाल को सौंप दी है। आपको बताते चलें कि ये मतभेद के कई कारण बताए जा रहे हैं, लेकिन फिलहाल जो सबसे बड़ी मांग है वो कश्मीर मे शांति बहाल करने की है।आतंकियों के सफाया के लिए सेना को अब खुली छुट दे दी गई है, और वैसे भी राज्यपाल के शासन मे सेना को कारवाई करने मे आसानी होगी।
अभी जो सबसे बड़ी समस्या सरकार के सामने है वो वर्तमान राज्यपाल को लेकर है, 28 जून को एन.एन.वोहरा जो कि कश्मीर के वर्तमान राज्यपाल हैं वो रिटायर हो रहे हैं। वोहरा विगत 10 साल से राज्यपाल हैं। 2008 में उन्होने पहली बार राज्यपाल की गद्दी संभाली थी, 2013 मे वो एक बार फिर कश्मीर के राज्यपाल बनें। 28 को वो रिटायर हो रहे हैं, अब देखना होगा कि केन्द्र सरकार किसी नए चेहरे की तलाश करती है या वोहरा का ही कार्यकाल बढ़ाया जाएगा।
अगर केन्द्र किसी नए चेहरे को मौका देना चाहेगी तो उसे ये ध्यान देना होगा कि वो अफसर जानकार हो तथा फैसले लेने मे परिपक्व, कश्मीर के हालात वैसे भी ठीक नही है तो ईसका भी खासा ध्यान रखनो होगा की कमान आखिर किसको सौंपी जाएगी।