नई दिल्ली। मंगलवार तड़के जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा बीएसएफ कैंप पर आत्मघाती हमला करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई है। जिसमें कई आलाधिकारी शामिल होने वाले हैं। गृहमंत्री द्वारा बुलाई गई मीटिंग 11.30 बजे होने वाली है। माना जा रहा है कि बैठक घाटी में सुरक्षा के लिहाज से की जा रही है।
जानकारी है कि इस मीटिंग में रॉ प्रमुख, केंद्रीय गृह सचिव, आईबी चीफ शामिल होने वाले हैं। वही घाटी में इन दिनों संवेदनशील माहौल बना हुआ है। आतंकियों ने तड़के करीब 4.30 बजे श्रीनगर हवाईअड्डे के नजदीक गोगो हुमहमा इलाके में बीएसएफ की 182वीं बटालियन पर हमला किया है। अचानक हुए इस हमले में बीएसएफ के तीन जवान घायल हो गए। वही जम्मू कश्मीर में एक ही दिन में चार बड़े हमले किए जा चुके हैं।
जैसे ही हमला हुआ, वैसे ही सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया और एक आतंकी को तत्काल पहले मौत के घाट उतार कर आतंकियों को बड़ा झटका दिया और बाकी आतंकियों की तलाश शुरू कर दी। जानकारी है कि आतंकी एक बिल्डिंग में छिपे हुए हैं उसे सुरक्षाबलों ने पूरी तरह से घेर लिया जिससे अब आतंकियों पर मौत के बादल मंडरा रहे हैं। इमारत के चारों तरफ 53 आरआर, एसओजी, सीआरपीएफ और बीएसएफ के जवान तैनात हैं।
इस हमले की जिम्मेदारी जैश ए मुहम्मद ने ली है। कुछ आतंकियों की खबर आई है कि वह बीएसएफ कैंप के अंदर एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक में छिपे हुए हैं। हालांकि वहां सुरक्षाकर्मियों के परिवार का कोई सदस्य नहीं है। सूत्रों के अनुसार पास में ही एक कॉलोनी से ही आतंकियों ने जवानों को अपना निशाना बनाया है। इस वक्त आतंकियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ जारी है। हालात संवेदनशील होने के कारण एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। पुलवामा हमले के बाद कहा जा रहा है कि जैश ए मोहम्मद के फिदायीन दस्ते के कुछ आतंकी घाटी में मौजूद है। फिलहाल सुरक्षाकर्मियों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है।